सार
घर की तरक्की और सुख-शांति के लिए यदि आप वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करते हैं, तो इसमें आपको सफलता जरूर मिलेगा। वास्तु शास्त्र में घर के रखरखाव, सजावट और समानों के सही स्थान और दिशा के बारे में बताया गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कुछ खास चिन्हों को रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ये चिन्ह न केवल घर में सौभाग्य और शांति लाते हैं बल्कि परिवार के सदस्यों के जीवन को समृद्ध और खुशहाल बनाते हैं। आइए जानते हैं इन 9 चिन्हों का महत्व और लाभ विस्तार से।
घर पर बनाएं ये 9 शक्तिशाली वास्तु चिन्ह
1. ओम (ॐ)
- ओम को ब्रह्मांड की सबसे पवित्र ध्वनि माना गया है। यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
- घर के मुख्य द्वार या पूजा कक्ष में ओम का चिन्ह लगाएं। यह घर को बुरी शक्तियों से बचाता है और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है।
2. कमल
- कमल शुद्धता, ज्ञान और आध्यात्मिक विकास का प्रतीक है। इसे मां लक्ष्मी का निवास स्थान भी माना जाता है।
- घर के पूजा कक्ष में कमल का चित्र या मूर्ति रखें। यह धन, वैभव और शांति को आकर्षित करता है।
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3. त्रिशूल
- त्रिशूल भगवान शिव का अस्त्र है और यह सुरक्षा और शक्ति का प्रतीक है।
- मुख्य द्वार पर त्रिशूल का प्रतीक लगाएं। यह घर को बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है।
4.मछली
मछली को समृद्धि, धन और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
दीवार पर मछली का चित्र लगाएं। इसे सही दिशा में रखने से धन की आवक बनी रहती है।
5. नमस्ते (हाथ जोड़े हुए प्रतीक)
- नमस्ते भारतीय संस्कृति में सम्मान और आदर का प्रतीक है। यह घर में सकारात्मक माहौल बनाए रखता है।
- मुख्य द्वार पर नमस्ते का प्रतीक लगाएं। यह घर में आने वालों को सकारात्मकता और शांति का अनुभव कराता है।
6. शंख
- शंख सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है और इसे भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है।
- घर के पूजा कक्ष में शंख रखें और रोजाना इसका ध्वनि करें। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सुख-शांति लाता है।
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7. कलश
- कलश को शुद्धता और शुभता का प्रतीक माना जाता है। इसे देवी-देवताओं की कृपा पाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- घर के पूजा स्थान पर या मुख्य द्वार के पास जल से भरा हुआ कलश रखें। यह घर में समृद्धि और शांति बनाए रखता है।
8. दीप (दीपक)
- दीपक प्रकाश, ज्ञान और आध्यात्मिकता का प्रतीक है।
- हर सुबह और शाम पूजा कक्ष में दीपक जलाएं। यह घर में ऊर्जा को संतुलित करता है और खुशहाली लाता है।
9. स्वास्तिक
- स्वास्तिक समृद्धि और शुभता का प्रतीक है। इसे भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद माना जाता है।
- मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं या उसकी तस्वीर लगाएं। यह सौभाग्य और सकारात्मकता का द्वार खोलता है।
इन चिन्हों का उपयोग कैसे करें?
- इन चिन्हों को साफ-सुथरी और सही दिशा में रखें।
- पूजा कक्ष और मुख्य द्वार पर इन चिन्हों का उपयोग करना सबसे शुभ माना गया है।
- हर चिन्ह को नियमित रूप से साफ करें और उनकी पूजा करें।