सार
बिहार, सिक्किम, असम, नॉर्थ बंगाल और नेपाल में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। दहशत में लोग घर के बाहर निकल आएं। आइए जानते हैं भूंकप आने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
लाइफस्टाइल डेस्क. मंगलवार सुबह कुछ जगहों के लिए ठीक नहीं रहा। लोग धरती हिलने से दहशत में आ गए। बिहार के कई हिस्सों जैसे मोतिहारी, समस्तीपुर, दरभंगा, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, सिवान और मुजफ्फरपुर में सुबह 6.40 बजे के आसपास लोगों को एहसास हुआ कि उनके पैरों के तले की जमीन हिल रही है। नेपाल समेत तीन देशों में भी लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए। भूकंप की तीव्रता जहां नेपाल में 7.1 थी, वहीं पर तिब्बत में 6.8 दर्ज किए गए। भूकंप लोगों को डरा दिया और वो अपने घरों से बाहर निकल आएं। आइए जानते हैं भूकंप आने पर पर क्या करना चाहिए।
शांत रहें और घबराएं नहीं
भूकंप का झटका अगर महसूस हो रहा है तो ऐसी स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं है। इससे स्थिति खराब हो सकती है आपके सोचने समझने की शक्ति गायब हो जाएगी। इसलिए गहरी सांस लें और सिचुएशन को संभालने के लिए तुरंत कार्रवाई करें।
सुरक्षित स्थान पर जाएं
जमीन पर बैठें, किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे छिपें और इसे मजबूती से पकड़ें। अगर आप टेबल के नीचे नहीं जा सकते हैं तो दीवार के कोने से सटकर बैठें और अपने सिर और गर्दन को हाथों या किसी कुशन से ढकें।
खिड़कियों और भारी वस्तुओं से दूर रहें
भूकंप का एहसास हो तो खिड़कियां, शीशे, हैवी फर्नीचर और ऐसी चीजों से दूर रहें जो गिर सकती है। चिमनी, पंखे और दीवार पर टंगे फ्रेम से दूर हट जाएं। ये आपको घायल कर सकते हैं।
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इमारत के बाहर भागने की कोशिश न करें
अगर आप अंदर हैं, तो वहीं रहें। बाहर भागने की कोशिश करने से चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है। लिफ्ट का उपयोग न करें। लेकिन अगर आप बाहर हैं तो इमारतों, बिजली के खंभों, होर्डिंग्स और पेड़ों से दूर रहें। ये गिरकर आपको चोट पहुंचा सकते हैं। खुले मैदान में रहें।
अगर आप वाहन चला रहे हैं
वाहन को धीरे-धीरे रोकें और सड़क किनारे ले जाएं। पुलों, फ्लाईओवर और पेड़ों से दूर रहें। वाहन में ही रहें जब तक भूकंप रुक न जाए।
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