सार

Banarasi Saree Cost: बनारसी साड़ी की कीमत उसके निर्माण में प्रयुक्त सामग्री, बुनाई की तकनीक, डिज़ाइन और कारीगरी सहित कई कारकों पर निर्भर करती है। शुद्ध रेशम, जटिल डिज़ाइन और अनुभवी कारीगरों द्वारा बनाई गई साड़ियाँ महंगी होती हैं।

फैशन डेस्क: बनारसी सिल्क साड़ी भारत की सबसे प्रसिद्ध और शाही साड़ियों में से एक होती है, जिसका उत्पादन मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के बनारस शहर में सबसे ज्यादा होता है। बनारसी साड़ी में हाई क्वालिटी वाले सिल्क का प्रयोग किया जाता है, जिससे इसे शाही और ग्लैमरस लुक मिलता है। एक बनारसी साड़ी को बनाने में उसका खर्च कई कारणों पर निर्भर करता है, जैसे कि साड़ी की डिजाइन, उसमें इस्तेमाल होने वाला कपड़ा, बुनाई की टैक्निक और इसमें की गई कारीगरी कैसी है। यहां जानें वो कारण जो बनारसी साड़ी के लागत को इफेक्ट करते हैं। 

  1. प्योर सिल्क : अगर बनारसी साड़ी प्योर सिल्क से बनाई जाती है, तो इसका खर्च ज्यादा होता है। प्योर सिल्क की साड़ियां आमतौर पर महंगी होती हैं क्योंकि सिल्क की कीमत बहुत ज्यादा होती है।

2. ब्लेंड फैब्रिक: अगर साड़ी में सिल्क के साथ कॉटन, सिंथेटिक या अन्य कपड़ों का मिक्सचर होता है, तो इसकी लागत कम हो जाती है। प्योर सिल्क की बनारसी साड़ियां 8,000 से 50,000 रुपए या इससे ज्यादा तक हो सकती हैं। जबकि मिक्स साड़ियां 3,000 से 10,000 के बीच आ सकती हैं।

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3. हैंड क्राफ्ट बनारसी साड़ियां : बनारसी सिल्क की कुछ साड़ियां हाथ से बुनी जाती हैं, जो बहुत ही इंट्रीकेट कढ़ाई के साथ समय लेने वाली प्रोसेस से गुजरती हैं। इसका खर्च ज्यादा होता है, क्योंकि एक साड़ी को बनाने में कारीगरों को महीनों लग जाते हैं।

4.जरी का काम : साड़ी पर इस्तेमाल होने वाले जरी सोने या चांदी के धागे की होती है। यही इसकी क्वालिटी और कीमत को बढ़ाती है। असली जरी का इस्तेमाल करने से साड़ी की कीमत काफी ज्यादा हो जाती है। असली जरी के काम वाली साड़ियां 15,000 से ₹1 लाख तक हो सकती हैं। यदि कढ़ाई और जरी का काम हल्का होता है, तो साड़ी की कीमत कम होगी। जैसे कि 5,000 से 10,000 तक।

5. डिजाइन और बुनाई की जटिलता: अगर साड़ी में बहुत इंट्रीकेट और डिटेल डिजाइन हैं, तो उसकी कीमत बढ़ जाती है, क्योंकि इसे बनाने में ज्यादा समय और मेहनत लगती है। साधारण डिजाइन वाली साड़ियां आमतौर पर कम खर्चीली होती हैं।

6. मशीन मेड और हैंडलूम: जो साड़ियां हाथ से बनाई जाती हैं उनकी कीमत ज्यादा होती है। वहीं मशीनों द्वारा तैयार की गई साड़ियां इनकी तुलना में कम महंगी होती हैं। ये 2,000 से 5,000 के बीच मिल सकती हैं। 

7. बुनाई का समय: एक बनारसी साड़ी को बनाने में 15 दिन से लेकर 6 महीने तक का समय लग सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि डिजाइन कितना इंट्रीकेट है और साड़ी किस फैब्रिक से बनाई जा रही है। जितना ज्यादा समय लगेगा, साड़ी की कीमत उतनी ही ज्यादा होगी।

8. कारीगरों का अनुभव: अनुभवी कारीगरों द्वारा बनाई गई साड़ियां ज्यादा महंगी होती हैं, क्योंकि ये हाई क्वालिटी का काम करते हैं। अगर कारीगरी में विशेष क्रिएटिविटी हो, तो उसकी कीमत और बढ़ जाती है।

साड़ी की रेंज

साधारण बनारसी साड़ी (Simple Banarasi Sari): 2,000 से 10,000 तक।

मीडियम लेवल की बनारसी साड़ी (Mid-range Banarasi Sari): 10,000 से 30,000 तक।

लग्जरी बनारसी साड़ी (Luxury Banarasi Sari): 30,000 से 1 लाख या इससे ज्यादा।

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