सार
International Youth Day 2023: 12 अगस्त को इंटरनेशनल यूथ डे मनाया जाता है। क्या आपको बता है कि इस दिवस को पहली बार कब बनाया गया था। इसके पीछे की अहमियत क्या है और इस बार का क्या है थीम आइए जानते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क. 'कभी-कभी महान बनने का दायित्व एक पीढ़ी पर पड़ता है। आप वह महान पीढ़ी हो सकते हैं। अपनी महानता को खिलने दो' नेल्सन मंडेला का यह कथन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। युवा कैसे समाज, देश हित में काम कर सकते हैं इस पर ईमानदारी से विचार करने की जरूरत है। 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day 2023) मना रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को मनाने की घोषणा की थी।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास (International Youth Day history)
साल 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से 'युवाओं के लिए जिम्मेदार मंत्रियों के विश्व सम्मेलन' की सिफारिश का समर्थन करने के बाद इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में नामित किया गया था।12 अगस्त को मौजूदा मामलों में युवाओं की भागीदारी के महत्व को स्वीकार करने और बढ़ाने के लिए इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई। इस दिन पूरी दुनिया में युवाओं के प्रयास और योगदान की सराहना की जाती है।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व (International Youth Day significance)
अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस युवा लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों और मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ सरकारों, संगठनों, समुदायों और व्यक्तियों को एक साथ आने के लिए एक मंच प्रदान करना है। यह दिन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रक्रियाओं में युवाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है। युवा लोगों की जरूरतों, चिंताओं और उनके सपनों पर चर्चा करना और उनका समाधान निकालने का यह दिन होता है। कुल मिलाकर इस दिन का मकसद युवाओं की भलाई, शिक्षा और समुदायों और दुनिया के भविष्य को आकार देने में भागीदारी में निवेश के महत्व को बढ़ावा देना है।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के दिन क्या होता है
इस दिन अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम, एक्टिविटी, सेमिनार, वर्कशॉप, पैनल चर्चा, संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जिनका उद्देश्य शिक्षा, रोजगार, मानसिक स्वास्थ्य, नागरिक जुड़ाव और सामाजिक न्याय जैसे युवाओं से संबंधित मुद्दों को उजागर करना होता है।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस थीम (International Youth Day theme)
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की थीम 'इंटरजेनरेशनल सॉलिडेरिटी: क्रिएटिंग ए वर्ल्ड फॉर ऑल एज' है, जो उम्रवाद का मुकाबला करने और पीढ़ियों के बीच संपर्क बनाने के लिए है।
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