सार
22 अप्रैल को भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम की जयंती मनाई जा रही है। ऐसे में आप उनके इन 10 अनमोल विचार से अपने जीवन को चरितार्थ कर सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क: आज, यानी कि 22 अप्रैल को परशुराम जयंती मनाई जा रही है। बताया जाता है कि वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। उन्होंने क्षत्रिय वंश की बढ़ती दमनकारी नीति से परेशान होकर पूरे पृथ्वी को क्षत्रिय विहीन किया था और समाज के लिए कई अनमोल काम किए थे। आज परशुराम जयंती पर आप उनके इन अनमोल वचनों से अपने जीवन में आगे बढ़ सकते हैं और लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं...
भगवान परशुराम के 10 अनमोल विचार
1. उड़ने में बुराई नहीं है, आप भी उड़े
लेकिन उतना ही जहां से जमीन
साफ दिखाई देती है।
2. दुनिया को हिला देने की शक्ति
इंसान के अंदर ही होती है
एक बार परशुराम बनने की देरी है
क्योंकि एक परशुराम हर किसी के अंदर होता है।
3. शस्त्र और शास्त्र जिनकी पहचान है
श्री विष्णु रूप का वही छठा अवतार है। ।
जय श्री परशुराम
4. समय पड़े तो शास्त्र से समझाइए
समय पड़े तो शस्त्र से भी समझाएं
चयन उन्हें करना है कि वह
किस भाषा को अच्छे से समझ सकते हैं।
5. जो सोचते हैं ब्राह्मण दुर्बल होते हैं
वह एक बार परशुराम को याद कर लें
तो मालूम होगा ब्राह्मण की मां
जो शेर पैदा करती है वह
हजारों भेड़ियों की झुंड में
अकेला ही काफी होता है।
6. आओ सब मनाएं परशुराम जयंती,
लेकर प्रभु का नाम करे गुणगान,
मांगे आशीष परमेश्वर से जप कर उनका नाम
जय परशुराम।
7. अंगारे नहीं फौलाद है हम
परशुराम की औलाद है हम
ब्राह्मण वंश के हम चीते हैं
जो खुद के जिगर पर जीते हैं।
8. शस्त्र और शास्त्र दोनों ही हैं उपयोगी
यही पाठ सिखा गए हैं हमें योगी जय श्री परशुराम।
9. ब्राह्मण बदलते है नतीजे बदल जाते है
सारे मंज़र, सारे अंजाम बदल जाते है
कौन कहता है परशुराम फिर नहीं पैदा होते
पैदा तो होते है बस नाम बदल जाते है।
10. इंसान को कभी हिंसा नहीं करनी चाहिए
लेकिन अगर बात आपकी जान पर आए
तो अस्त्र ना उठाना कायरता कहलाती है।
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