रिसर्च के अनुसार 2019 के अंत तक डायबिटिक पेशेंट्स की गिनती 8 करोड़ तक पहुंच जाएगी, तो ऐसे में जरुरी है समय रहते इस बीमारी की चपेट में आने से बचा जाए।
ग्यारहस के बाद से ऐसा माना जाता है शुभ और मंगलकार्य शुरू हो जाते हैं। नवंबर में शादी-विवाह जैसे शुभ कार्यों की शुरुआत हो चुकी है।
कड़ाके की ठंड में लोगों को सर्दी भी बहुत जल्दी लगती है। ऐसे में देर रात किचन का काम निपटाने वाली महिला सर्दी-जुकाम से ज्यादा परेशान रहती हैं। सर्दी जुकाम में दवाई भी ज्यादा नहीं लेनी चाहिए ऐसे में मसाला चाय उन्हें आराम पहुंचाएगी।
अब पूरी दुनिया में सिंगल रहने का ट्रेंड बढ़ता ही जा रहा है। काफी लोग शादी करने से बचना चाहते हैं। उन्हें लगता है कि सिंगल रह कर वे ज्यादा सुखी जीवन बिता सकते हैं। सिंगल रहने के फायदे तो जरूर हैं, लेकिन नुकसान भी कम नहीं हैं।
आजकल ज्यादातर लोग आंखों की समस्या से परेशान रहते हैं। आंखों में जलन होना, पानी आना और आंखों में सूजन हो जाना आम बात हो गई है। इसकी वजह है कि अब लोग ज्यादा समय तक कम्प्यूटर पर काम करते हैं और बाकी समय भी स्मार्टफोन में व्यस्त रहते हैं।
सर्दियों में शिमला मिर्च की सब्जी खाना काफी अच्छा रहता है। शिमला मिर्च की सब्जी कई तरह से बनाई जाती है। बेसन के साथ मिला कर बनाई गई इसकी सब्जी काफी टेस्टी होती है।
मौर्य स्वीट्स भी अयोध्या की एक प्रसिद्ध दुकान है। ये दुकान 105 साल पुरानी है। यहां की जलेबी, इमारती और रबड़ी देशभर में प्रसिद्ध है। 2018 में नेशनल स्ट्रीट फूड फेस्टिवल में मौर्या स्वीट को सम्मान भी मिला है।
कहा जाता है कि सच्चा प्यार दुर्लभ होता है। यह आसानी से नहीं मिलता। आजकल ज्यादातर जो रिलेशन बनते हैं, वे किसी न किसी स्वार्थ से जुड़े होते हैं। अगर प्यार सच्चा होगा तो पार्टनर्स के बीच कभी अलगाव नहीं हो सकता।
अक्सर बुजुर्ग लोग घुटनों के दर्द से परेशान रहते हैं। सर्दियों के मौसम में यह समस्या और भी बढ़ जाती है। घुटनों में दर्द की वजह से बुजुर्गों को चलने-फिरने और अपने सामान्य कामकाज निपटाने तक में दिक्कत होने लगती है। आजकल यह समस्या देर तक बैठ कर काम करने वाला युवा लोगों को भी होने लगी है।
वर्ल्ड टॉयलेट डे यानी विश्व शौचालय दिवस हर साल 19 नवंबर को मनाया जाता है। यह दुनिया भर में स्वच्छता के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। पूरी दुनिया में ज्यादातर आबादी स्वच्छता के संकट की समस्या से जूझ रही है।