सार
हाल ही में इंटरनेट पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा 'बेड रोटिंग' ट्रेंड आपकी रिलेशनशिप के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है, एक मनोवैज्ञानिक ने ऐसा दावा किया है।
रिलेशनशिप डेस्क. सोशल मीडिया के जमाने में आए दिन नए-नए ट्रेंड पॉपुलर होते रहे हैं। जिसे युवा काफी ज्यादा फॉलो करते हैं। इन दिनों बेड रोटिंग (Bed Rotting) का शब्द काफी ट्रेंड में हैं। इस ट्रेंड में लोग बेड पर पड़े रहते हैं। चादर में खुद को घंटों लपेटकर रखते हैं। इसके जरिए लोग काम के प्रेशर को कम करने के लिए सेल्फ केयर पर फोकस करते हैं। ना सोना और ना सोचना बस फोन स्क्रॉल करना या टीवी देखना पसंद करते हैं। GenZ की भाषा में इसे ही (Bed Rotting)कहा जाता है। हालांकि हैंगओवर वाले दिनों में ऐसा करते हैं तो चलता है। लेकिन अगर यह आदत बन जाए तो फिर रिश्ते में नीरसता ला सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेंड तेजी से भागती जिंदगी से उपजे 'सामाजिक बर्नआउट' का नतीजा है। हालांकि आराम लेना जरूरी है, लेकिन अगर इसे जरूरत से ज्यादा कर लिया जाए, खासकर अपने पार्टनर के साथ, तो यह रिश्तों में बोरियत और ठहराव ला सकता है। द मिरर से बातचीत में साइकोलॉजिस्ट डॉ. ललिता सुग्लानी कहती हैं कि आज की दुनिया में प्रोडक्टिविटी का महिमामंडन किया जाता है, जिससे लोग थकान का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में लोग सिंपल और इनएक्टिविट एक्टिविटी करने में लग गए हैं।
रिश्तों पर बेट रोटिंग का निगेटिव असर
डॉ. सुग्लानी के अनुसार, "शुरुआत में 'बेड रोटिंग' पार्टनर के साथ रिलैक्स करने और क्वालिटी टाइम बिताने का अच्छा तरीका लग सकता है, लेकिन अगर यह आदत बन जाए, तो रिश्ते में ठहराव और नीरसता पैदा कर सकती है।" रोमांटिक रिश्ते डायवर्सिटी और न्यू एक्सपिरियेंस पर बेस्ट होते हैं। यदि कपल्स केवल इनएक्टिव समय बताने लगे तो रिश्ता ठहर सकता है और इंटीमेसी घट सकती है। एक्टिव और दिलचस्प डेट्स या सामाजिक गतिविधियों के बिना कपल्स रिश्ते की ऊर्जा खो सकते हैं, जिससे लंबे समय में उनका जुड़ाव और संतुष्टि प्रभावित हो सकती है।
Bed Rotting के फीजिकल नुकसान
दिन भर बेड पर पड़े रहने से कमर में दर्द हो सकता है। शरीर की मांसपेशियों में दर्द और एंठन शुरू हो सकता है। सुस्ती छाई रहेगी और आप बीमार महसूस करने लगेंगे। मोटापा भी घर कर सकता है।
बेड रोटिंग से बचने के उपाय
सुग्लानी कहती है कि सबसे पहले एक टाइम फ्रेम इसके लिए बनाएं। बेड रोटिंग के लिए लिमिट टाइम रखें, ताकि यह आदत न बन सके। इसके अलावा डेली लाइफ में छोटे-छोटे टास्क शामिल करने से भी बेड रोटिंग की आदत नहीं पड़ेगी। छुट्टी के दिन पार्टनर के साथ बाहर जाएं। उनके साथ एक्टिविटी करें। इससे लाइफ में बोरियत भी नहीं आएगी और रिश्ता काफी मजबूत होगा। इसके अलावा बिस्तर पर लेटे लेटे ही आप पार्टनर के साथ कुछ कडल मूमेंट कर सकते हैं। ये भी रिश्ते में एनर्जी भरने का काम करती है।
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