सार
Ghosting behavior in relationships: रिलेशनशिप में घोस्टिंग नेचर टॉक्सिसिटी का रूप है,जिसमें व्यक्ति अचानक से भावनात्मक दूरी बना लेता है और अपने पार्टनर पर हावी हो जाता है। जानें घोस्टिंग बिहेवियर की पहचान करने के तरीके।
रिलेशनशिप डेस्क। कहते हैं प्यार उड़ते हुए पंछी की तरह होता है। पता ही नहीं चलता कि कब आपको किसी से प्यार हो जाए। आज के समाज में प्यार और रिश्ते की परिभाषा बदल गई है। ज़्यादातर लोग ऐसे व्यक्ति को अपना साथी बनाना चाहते हैं जो भावनात्मक रूप से उनके लिए उपलब्ध हो। प्यार के बारे में कुछ अच्छी और कुछ बुरी बातें हैं। आपने सोशल मीडिया पर रेड फ्लैग,टॉक्सिक और इमोशनल अब्यूज जैसे शब्दों के बारे में तो खूब सुना होगा,लेकिन क्या कभी घोस्टिंग नेचर के बारे में सुना है? घोस्टिंग बिहेवियर किसी रिश्ते को खत्म करने में अहम भूमिका निभाता है। अचानक भावनाओं का खत्म होना, बातचीत बंद कर देना और अपने पार्टनर पर हावी हो जाना भी घोस्टिंग नेचर कहलाता है।
कुल मिलाकर, घोस्टिंग बिहेवियर टॉक्सिसिटी का एक रूप होता है। कुछ व्यक्ति आपकी मौजूदगी में खुद को अलग तरह से पेश कर सकते हैं, लेकिन जब उनकी वास्तविक भावनाओं की बात आती है, तो वे आप पर हावी हो जाते हैं और लगातार आपको ऐसा महसूस कराते हैं जैसे कि सब कुछ आपकी गलती है। ये मेंटल हेल्थ बिगाड़ने का सबसे कारण बनकर उभरता है। ऐसे स्थिति में दिल और लाइफ दोनों से घोस्टिंग नेचर वाले लोगों को दूर रखने की कोशिश करें। आज हम आपके लिए कई टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप यह पता लगा सकते हैं कि कहीं आपका पार्टनर भी घोस्टिंग बिहेवियर कहीं तो नहीं ।
1) घोस्टिंग नेचर की वैसे तो कोई खास पहचान नहीं है हालांकि, अगर आपका पार्टनर किसी भी टफ सिचुएशन में साथ नहीं देता, अकेला छोड़ देता है और दूरी बनाने लगता है तो ये लोग घोस्टिंग नेचर के हो सकते हैं, क्योंकि उनमें रिलेशनशिप हैंडल करने की क्षमता नहीं होती।
2) रिलेशनशिप में झगड़े आम बात है लेकिन अगर आपका पार्टनर लड़ाई होने पर पूरी तरह से खुद को कटऑफ कर लेता है। कई दिनों तक बात नहीं करता या बातचीत के दौरान तनावग्रस्त हो जाता है तो वह सीरियल घोस्टर हो सकते हैं। इस तरह के लोग बात बिगड़ने पर संभालने की बजाय खुद को अकेला रखना ज्यादा पसंद करते हैं।
3) कोई भी रिश्ता तभी चल सकता है जब एफर्ट्स दोनों तरफ से किये जाएं। घोस्टिंग नेचर वाले लोगों की आदत होती है कि वह हर रिश्ते में लव-केयर-बॉन्ड सब चाहते हैं लेकिन सामने वाले को प्यार देने के लिए कुछ भी नहीं करते, उन्हें ये कंफर्टेबल नहीं लगता। वहीं वे फ्यूचर को लेकर सीरियस नहीं होते। यदि रिश्ते में ज्यादा दिक्कतें आ रही हैं तो वह रिलेशन सुलझाने की बजाय इसे खत्म करना पसंद करते हैं।
4) घोस्टिंग नेचर वाले हमेशा इस ओवर कॉन्फिडेंस में रहते हैं और सोचते हैं अगर कोई उनकी लाइफ से चला भी जाए तो उन्हें फर्क नहीं पड़ेगा। या किसी की जिंदगी में कई महीनों तक रहना फिर उससे अलग होना इन्हें नॉर्मल हैं।
5) ऐसा भी है नहीं है कि घोस्टिंग नेचर वाले प्यार नहीं करते। वह पार्टनर को चाहते हैं लेकिन जब बात इमोशन्स हैंडल करने की आती है तो इसमें वे खरे नहीं उतरते। वे पार्टनर की स्थिति का अंदाजा नहीं लगा पाते और दूरी बनाना शुरू कर देते हैं।
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