Katrina kaif: रिश्ता सिर्फ प्यार और परवाह से नहीं, बल्कि भरोसे से भी चलता है। अगर एक-दूसरे पर भरोसा न हो तो रिश्ता टिक नहीं पाता। एक इंटरव्यू में कैटरीना कैफ ने कहा कि एक हेल्दी रिलेशनशिप के लिए एक-दूसरे की सीमाओं को समझना बेहद जरूरी है। 

Katrina kaif On Healthy Relationship: बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ अपनी शादीशुदा जिंदगी में बेहद खुश हैं। शादी के 3 साल बाद भी उनका विक्की कौशल के साथ रोमांटिक लाइफ जिंदा है। दोनों एक दूसरे से बेपनाह प्यार और परवाह करते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा वो एक दूसरे को स्पेस देते हैं। अदाकारा ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में बताया कि रिश्ते में स्पेस देना कितना जरूरी है। हर इंसान की अपनी निजी स्पेस और पहचान होती है, जिसे सम्मान देना चाहिए।

अरबाज खान के पॉडकास्ट ‘Pinch’ में बातचीत के दौरान कैटरीना कैफ ने कहा,' मैं दूसरों का फोन नहीं छूती। अगर कभी फोन छुआ भी है, तो सिर्फ उनकी तस्वीर खींचने के लिए। मैं ना तो स्क्रॉल करती हूं, ना ही कोई चैट देखती हूं। मुझे लगता है कि हर किसी की पर्सनल स्पेस का सम्मान होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो रिश्तों में समस्याएं आनी तय हैं।'

सम्मान और भरोसे से बनता है मजबूत रिश्ता

हम तभी भरोसेमंद पार्टनर बन सकते हैं जब हम सामने वाले को उसकी पहचान और स्पेस दें। हमें यह समझना चाहिए कि सामने वाला इंसान भी एक अलग सोच और भावना रखता है। अगर हम उसकी सीमाओं का सम्मान करते हैं, तभी वह हम पर भरोसा कर पाएगा।

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रिश्ते में निजता का मतलब दूरी नहीं

अक्सर लोगों को लगता है कि अगर पार्टनर अपने कुछ पल अकेले बिताना चाहता है या कुछ बातें साझा नहीं करता, तो शायद वह दूर हो रहा है। जबकि ऐसा नहीं है। कैटरीना के मुताबिक, प्राइवेसी और दूरी दो अलग चीजें हैं। निजता का मतलब होता है आत्मसम्मान और मानसिक स्पेस, जो किसी भी हेल्दी रिलेशनशिप के लिए जरूरी है।

रिश्तों में बातचीत और समझ जरूरी

एक रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए खुलकर बात करना बेहद जरूरी है। अगर किसी चीज को लेकर मन में संदेह या परेशानी हो, तो उसे छुपाने की बजाय साझा करें। इससे रिश्ते में पारदर्शिता बनी रहती है और गलतफहमियां नहीं होतीं।

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क्या पत्नी पति का फोन चेक कर सकती है?

अगर पत्नी को अपने पति के व्यवहार या वफादारी को लेकर संदेह है, तो वह उसका फोन चेक कर सकती है, लेकिन कानूनी रूप से यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसा करना पूरी तरह से वैध है। भारत में किसी की अनुमति के बिना उसकी प्राइवेसी में दखल देना "स्टॉकिंग" या निजता का उल्लंघन माना जा सकता है, चाहे वह पति-पत्नी ही क्यों न हों।

क्या पति पत्नी का फोन चेक कर सकता है?

पति यदि बिना पत्नी की अनुमति के उसका फोन चेक करता है, तो यह भी निजता का उल्लंघन माना जाता है। कुछ मामलों में इसे घरेलू हिंसा (domestic violence) के अंतर्गत भी देखा जा सकता है, खासकर अगर यह बार-बार हो और पत्नी को मानसिक पीड़ा पहुंचे।