सार
सोशल मीडिया के जमाने में लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप ज्यादा ही बढ़ने लगे हैं। हालांकि इर रिश्ते की चुनौतियां और बेनिफिट्स दोनों ही होते हैं। इस आर्टिकल में जानेंगे दूरी की वजह से कितना बढ़ता है प्यार या फिर टकरार।
रिलेशनशिप डेस्क. दिव्या और रोहन (बदला नाम) पिछले 4 सालों से लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में हैं। उनकी मुलाकात दिल्ली में एक दोस्त के जरिए हुई थी। छह महीने तक दोनों साथ भी रहें। लेकिन बाद में जॉब की वजह से रोहन को अमेरिका जाना पड़ा। दिव्या और रोहन साल में एक बार ही मिल पाते हैं। दिव्या का कहना है कि लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप मुश्किल भरा तो होता है। भले ही वीडियो कॉल पर बातचीत हो जाती है। लेकिन एक दूसरे को छू नहीं बनाने का गम तो रहता ही है। कई बार इनके बीच लड़ाई भी हो जाती है। एक बार तो ब्रेकअप भी हो गया था। लेकिन दोनों को जब लगा कि एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते तो फिर वापस आ गए और साल 2025 में दोनों शादी करने वाले हैं। हालांकि दिव्या और रोहन के बीच समझदारी, धैर्य और कम्युनिकेशन का अच्छा कॉम्बिनेशन था इसलिए इनका रिश्ता सर्वाइव कर गया। लेकिन कई रिश्ते तो एक दो साल में ही टूट जाते हैं। आइए जानते हैं लॉन्ग डिस्टेंस रिश्ते के फायदे और नुकसान?
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप के फायदे
स्वतंत्रता और व्यक्तिगत विकास
जब आप और आपका पार्टनर एक-दूसरे से दूर रहते हैं, तो आप व्यक्तिगत रूप से अधिक स्वतंत्र होते हैं। इससे आपके आत्मविकास का अवसर बढ़ता है। आप अपने व्यक्तिगत लक्ष्य, करियर, और शौक पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
विश्वास की मजबूती
दूरी रिश्ते में भरोसे की परीक्षा लेती है। अगर दोनों पार्टनर्स एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, तो यह रिश्ता और भी मजबूत हो सकता है। दूरी के बावजूद प्यार बना रहता है, तो यह विश्वास और मजबूती का संकेत है।
अच्छी बातचीत
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में संचार सबसे महत्वपूर्ण होता है। इससे पार्टनर्स अपनी भावनाओं और समस्याओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करना सीखते हैं। यह उनके बातचीत का कौशल को बेहतर बनाता है, जिससे रिश्ता अधिक गहरा होता है।
पार्टनर की कद्र
जब आप अपने पार्टनर से मिलते हैं, तो आप उस समय की अहमियत को और अधिक समझते हैं। लंबे समय तक दूर रहने के बाद मुलाकात और अधिक खास महसूस होती है। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में दोनों को यह तय करना होता है कि वे एक-दूसरे के लिए कितना समय और प्रयास दे सकते हैं। इससे आप यह महसूस करते हैं कि आपका रिश्ता कितना महत्वपूर्ण है और आप उसे सफल बनाने के लिए क्या-क्या कर सकते हैं।
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप के नुकसान
अकेलापन और भावनात्मक दूर
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में कई बार आपको अकेलापन महसूस हो सकता है। शारीरिक रूप से एक-दूसरे से दूर रहने के कारण इमोशनल दूरी भी महसूस हो सकती है, जो रिश्ते को कमजोर कर सकती है।
गलतफहमियां और असुरक्षा
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में अक्सर कपल के बीच शक घर कर जाता है। उन्हें लगता है कि पार्टनर का कहीं और अफेयर तो नहीं चल रहा है। दूरी के कारण गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। जो रिश्ते के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
फिजिकल नीड नहीं पूरा होना
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में पार्टनर के साथ शारीरिक रूप से न होने की कमी महसूस होती है। कभी-कभी यह दूरी प्यार और समर्पण के बावजूद रिश्ते को मुश्किल बना देती है।
भविष्य की अनिश्चितता
कई बार लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। अगर दोनों पार्टनर्स एक जगह आकर नहीं रह पाते, तो यह रिश्ते को लंबे समय तक बनाए रखना कठिन हो सकता है।
कैसे निभाएं लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप-
-पार्टनर के प्रति हमेशा ईमानदार रहें। अपने विचार और इमोशन को बिना किसी संकोच के उसे बताएं।
-भरोसा रिश्ते की मजबूती की नींव होती है। अगर आप एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, तो लॉन्ग डिस्टेंस भी कोई बड़ी समस्या नहीं होगी।
-अपने मिलने के लिए नियमित योजनाएं बनाएं। मिलने का समय निकालने से रिश्ता मजबूत बना रहता है।
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