सार

मुंबई के मीर रोड में दिल्ली के श्रद्धा वालकर मर्डर केस से भी खौफनाक मामला सामने आया है। यहां पर 56 साल के शख्स ने अपनी लिव इन पार्टनर की हत्या करके शव के कई टुकड़े किए और फिर प्रेशर कुकर में उबाल दिया।

रिलेशनशिप डेस्क. लिव इन पार्टनर की हत्या की खबर आए दिन सामने आती है। लेकिन जिस तरह वारदात को हैवान प्रेमी अंजाम दे रहे हैं वो दहलाने वाला है। दिल्ली में श्रद्धा वालकर हत्याकांड की याद फिर से ताजा हो गई है मुंबई के मीरा रोड में हुए 36 साल के लिव इन पार्टनर की हत्या से। कह सकते हैं कि सरस्वती वैद्य की हत्या श्रद्धा वालकर मर्डर केस से भी ज्यादा खौफनाक है। चलिए वारदात की पूरी कहानी बताते हैं। ताकि लड़कियां जो आंख मूंद कर अपने प्रेमी के साथ लिव इन में रह रही हैं वो सतर्क हो जाएं।

वारदात की कहानी यहां से शुरू होती है

56 साल के मनोज साहनी पिछले 3 साल से 36 साल के सरस्वती वैद्य के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था।गीता नगर फेज 7 में गीता आकाश दीप बिल्डिंग के जे विंग के फ्लैट 704 दोनों साथ में रहते थे। लेकिन इस रिश्ते में जहां प्यार होना चाहिए था वहां शक ने जगह ले ली। साहनी को शक था कि सरस्वती का किसी और के साथ अफेयर चल रहा है। इसकी वजह से दोनों के बीच लगातार लड़ाई होने लगी।

56 साल का प्रेमी बन गया हैवान

मीडिया रिपोर्टस की मानें तो 2-3 दिन पहले दोनों के बीच लड़ाई हुई। जिसके बाद मनोज साहनी हैवान बन गया। पहले तो उसने सरस्वती की हत्या की। फिर शव को कटर से कई टुकड़ों में काट दिया। इसके बाद कुछ टुकड़े को कुकर में डालकर उबाल दिया।पुलिस की मानें तो पीड़िता के शव के 12 से 13 टुकड़ों के अलावा पैर मिले। कुछ टुकड़े कुकर में उबाले हुए पड़े थे जबकि कुछ उबालकर प्लास्टिक में बांधकर रखा गया था।

शव को उबालकर मिक्सर में रहा था पीस

आरोपी मनोज साहनी को बुधवार शाम (7 जून) को किराए के अपार्टमेंट से भागने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मीडिया को बताया कि बुधवार की शाम करीब 7 बजे शिकायत मिली कि जे विंग के फ्लैट 704 से दुर्गंध आ रही है। पुलिस मीरा रोड स्थित इस अपार्टमेंट में पहुंची, तो मनोज साहनी ने दरवाजा खोला। पुलिस को देखकर वो भागने की कोशिश की। लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया। आरोपी ने सरस्वती के शव कई टुकड़ों को ठिकाने लगा दिया था।बताया जा रहा है कि शव को उबालने के बाद वो मिक्सर में पीसकर उसे ठिकाने लगा रहा था।

जहरीले रिश्ते को पहचानना जरूरी

सोच सकते हैं कि साहनी के अंदर कितनी हैवानियत भरी होगी। इतनी वीभत्स, अमानवीय घटना को कोई कैसे अंजाम दे सकता है। सवाल है कि आखिर लड़ाई होने के बाद भी सरस्वती उसके साथ क्यों रह रही थी। एक बार में कोई इंसान इतना हैवान नहीं हो सकता है। बीच-बीच में उसका चरित्र सामने आता है। बहुत जरूरी है कि लड़कियां जहरील रिश्ते को पहचाने और तुरंत एक्शन लेते हुए उससे अलग हो जाए।

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