Relationship Communication Gap: एक महिला का बॉयफ्रेंड उसके Sure को ना समझ बैठा, जिससे दोनों के बीच गलतफहमी और दूरी बढ़ गई। बात सिर्फ आने-जाने की नहीं थी, बल्कि रिश्ते में कम्युनिकेशन की कमी थी। प्यार में अनुमान नहीं, साफ बातें जरूरी हैं। 

Breakup Story: उसने मिलने को बोला और मैंने Sure (यानि हां) में जवाब दिया। लेकिन बीएफ ने इसे ना समझ लिया और अपनी नाराजगी दिखाते हुए उससे मिलने नहीं आया। इतना ही नहीं महिला बेचारी इंतजार करती रह गई। रेडिट पर महिला ने अपनी स्टोरी शेयर की। जिस पर लोग अपनी-अपनी राय दे रहे हैं। तो चलिए बताते हैं, महिला की पूरी कहानी। ताकि आप भी समझ सकें कि रिलेशनशिप में कम्युनिकेशन गैप होने के क्या-क्या परिणाम हो सकते हैं।

महिला ने रेडिट पर लिखा,' आज सुबह मेरे बॉयफ्रेंड ने टेक्स्ट किया कि क्या वो और उनकी बेटी दोपहर 2 बजे मेरे घर आ सकते हैं। मैंने जवाब दिया, “sure”। लेकिन उसने इसका मतलब कुछ और ही निकाल लिया। उसने आना कैंसल कर दिया और सो गया। उससे जब ये बात पूछी तो उसने कहा कि वो अब ज्यादा जोर मिलने के लिए नहीं डालना चाहता है, क्योंकि अगर मैं सच में मिलना चाहती, तो साफ बोलती। यानी उसने मेरे 'सेयोर' का मतलब 'ना' लगा लिया।

मैं साफ बोलने वाली इंसान हूं

महिला ने आगे लिखा,' हम एक-दूसरे को 4 साल से जानते हैं और 1 साल से रिलेशनशिप में हैं। मैं बहुत डायरेक्ट इंसान हूं, अगर मुझे कुछ नहीं चाहिए होता, तो मैं साफ़ “ना” कह देती हूं। मुझे ऐसे इशारों में बात करना पसंद नहीं। मुझे सबसे ज्यादा दुख इस बात का हुआ कि उन्होंने यह मान लिया कि मैं नहीं मिलना चाहती, बजाय इसके कि वो मुझसे सीधे पूछ लेते कि तुम्हारा मूड ठीक है न, आऊं?' मैं तुरंत कह देती, 'हां बिल्कुल।'

लेकिन उन्होंने अपने दिमाग में खुद ही कहानी बना ली, मुझे बताए बिना प्लान बदल दिए, और फिर मुझ पर ही डाल दिया कि मैंने बात सही नहीं किया। जबकि मैं और मेरे बच्चे 2 बजे से उसका इंतजार कर रहे थे।

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सॉरी बोलने की बजाए वो खुद को विक्टिम बना दिया

जब मैंने यह बात कही, तो उन्होंने कहा कि उनका इरादा मुझे इग्नोर करने का नहीं था, बस sure सुनकर लगा कि मैं रिलैक्स करना चाहती हूं। फिर बोले कि अब इस पर ज्यादा जोर मत दो, अगर तुम सच में मिलना चाहती, तो बोल देती। बस, यही बात मेरे लिए ब्रेकिंग पॉइंट थी। बात के अंत में मैंने कहा कि मैं आहत हूं, आज का दिन मैं खुद और अपने बच्चों के साथ बिताना चाहती हूं, और बाद में शांत होकर बात करूंगी। मुद्दा यह नहीं कि वो नहीं आए, बल्कि यह कि उन्होंने बिना पूछे मान लिया कि मैं नहीं मिलना चाहती, और जब मैंने कहा कि इससे मुझे दुख पहुंचा है, तो उन्होंने बस एक सॉरी कहने के बजाय उसे डिफेंसिव बना दिया। मैं बाद में बात करूंगी, लेकिन फिलहाल बहुत थकी और इमोशनली ड्रेन्ड महसूस कर रही हूं। कभी-कभी लगता है, एक साल के रिलेशन के बाद भी अगर sure का मतलब किसी को समझाना पड़े, तो शायद बात कहीं गहराई में ठीक नहीं चल रही।

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