Unsafe Travel Destinations 2025: इस मॉनसून में नॉर्थ इंडिया के कई हिल स्टेशन डिजास्टर जोन बन गए हैं। उत्तराखण्ड जैसी तबाही अब हिमाचल में भी दिख रही है। ऐसे में जान लें किन टूरिस्ट स्पॉट्स की ट्रिप अभी टालना ही बेहतर है।
मॉनसून इस बार पूरे उत्तर भारत में अपने चरम पर है। उत्तराखण्ड में आई हालिया तबाही, जिसमें हैवी बारिश, क्लाउडबर्स्ट और फ्लैश फ्लड ने सबको अस्त-व्यस्त कर दिया, अब देश के कई अन्य पहाड़ी एरियाज के लिए चेतावनी बन गई है। नदियां उफान पर हैं, पहाड़ों में लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ गया है और कई रूट बंद पड़े हैं। ऐसे में अगर आपने आने वाले दिनों में हिल प्लैस की ट्रिप बुक कर रखी है, तो इस रिपोर्ट को पढ़ना बेहद जरूरी है क्योंकि ये 7 पॉपुलर डेस्टिनेशन इस समय बिल्कुल उत्तराखण्ड जैसी भयानक स्थिति से जूझ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश का मंडी
लगातार लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड का खतरा मंडी डिस्ट्रिक्ट इस समय हैवी रेनफॉल की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल है। पिछले हफ्ते में यहां कई जगह फ्लैश फ्लड और लैंडस्लाइड हुए, जिससे नेशनल हाइवे और मेजर रूट्स ब्लॉक हो गए हैं। लोकल एडमिनिस्ट्रेशन लगातार ट्रैवल अलर्ट जारी कर रहा है और टूरिस्ट को एरिया अवॉइड करने की सलाह दे रहा है। यहां का पहाड़ी एरिया बारिश में बेहद स्लिपरी हो जाता है, जिससे ट्रैवल करना रिस्की है।
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कुल्लू ट्रैवल करें कैंसिल
टूरिस्ट हब कुल्लू घाटी अब डिजास्टर जोन में है। नॉर्मली दिनों में टूरिस्ट से भरी रहने वाली ये जगह, इन दिनों ब्यास नदी के उफान और लगातार बारिश से जूझ रही है। कई ब्रिज डैमेज हो चुके हैं और लो-लाइनिंग एरियाज में वॉटर लॉगिंग की वजह से लोकल ट्रांसपोर्ट ठप पड़ा है। होटल बुकिंग्स में कैंसलेशन रेट हाई हो चुका है और कई टूरिस्ट जो पहले से यहां हैं, वो भी फंसे हुए हैं।
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हिल स्टेशन चंबा भूलकर भी ना जाएं
हिल्स में बढ़ता मलबा और बंद रूट्स चंबा डिस्ट्रिक्ट के कई गांव इस समय मेन रोड से कट चुके हैं। भारी बारिश से पहाड़ी सड़कों पर मलबा जमा हो रहा है और ड्राइविंग बेहद रिस्की हो गई है। यहां पर ऑल-वेदर रोड कनेक्टिविटी न होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन्स भी डिले हो रहे हैं।
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उत्तरकाशी के धाराली में हाई अलर्ट
धाराली में आई फ्लैश फ्लड ने यहां के हाउस, शॉप्स और फार्मलैंड को बहा दिया है। तेज बहाव में कई वाहन और स्ट्रक्चर्स भी डैमेज हो गए हैं। लोकल लोग और टूरिस्ट दोनों ही रिलीफ कैंप्स में शिफ्ट किए गए हैं। यहां की नदी का जलस्तर अब भी खतरनाक स्तर पर है। ऐसे अगर आपने पहले यहां जाने की बुकिंग करा रखी थीं तो इसे तुंरत कैंसिल कर दें। क्योंकि यहां हालात आगे कई दिनों तक कंट्रोल में नहीं रहने वाले हैं।

केदारनाथ यात्रा भूलकर भी ना करें
मॉनसून के चलते केदारनाथ यात्रा इस समय सस्पेंड कर दी गई है। स्लिपरी रूट, लगातार मलबा गिरने और वॉटर फ्लो की वजह से यात्रियों के लिए ट्रैवल करना बेहद खतरनाक है। आईएमडी ने आने वाले दिनों में और हैवी रेनफॉल की वॉर्निंग दी है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।

हरसिल में भी भारी तबाही
धाराली से ऊपर स्थित हरसिल में बारिश के बाद एक टेम्परेरी लेक बन गई है। यह लेक अगर अचानक टूटती है तो नीचे बसे गांवों में मैसिव फ्लड आ सकता है। इस वजह से लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने अलर्ट जारी किया है और रिवर बैंक के पास रहने वालों को सेफ प्लैस पर भेजा जा रहा है।
उत्तरकाशी के दूसरे हिल डेस्टिनेशन का भी यही हाल
उत्तरकाशी डिस्ट्रिक्ट के कुछ हिस्सों में सिर्फ 7 घंटे में 400 मिमी तक बारिश दर्ज हुई है। इतनी हाई रेनफॉल ने लैंडस्लाइड, रोड ब्लॉक और वॉटर लॉगिंग की समस्या को कई गुना बढ़ा दिया है। टूरिस्ट और लोकल लोगों दोनों को नॉन-एसेंशियल ट्रैवल से बचने की सलाह दी गई है। आप भी इस समय और आने वाले कुछ दिनों तक इन ट्रैवल डेस्टिनेशन पर जानें से बचें।
