सार

मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक 12 साल की बच्ची की बहादुरी लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है। जहां वो रात ढाई बजे बदमाश से जा भिड़ी और उसको उल्टे पैर भागने पर मजबूर कर दिया।


भोपाल. कई बार छोटे बच्चे इस तरह के बहादुरी के काम कर जाते हैं कि उसको बड़े-बड़े भी करने में कतराते हैं। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है। जहां एक 12 साल की बच्ची की बहादुरी लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है। 

रात ढाई बजे बच्ची के कमरे में घुसा था चोर
दरअसल, यह मामला है राजधानी भोपाल में शुक्रवार रात सामने आया। जहां रात ढाई बजे एक बदमाश चोरी की नियत से सुरेंद्र बंगलों में रहने वाले हेल्थ मिशन में मैनेजर नरेंद्र जयसवाल के घर घुस गया। नरेंद्र अपनी पत्नी और बेटे के साथ बेडरूम में गहरी नींद में सो रहे थे। वहीं दूसरे कमरे में उनकी 12 साल की बेटी काव्या भी सो रही थी। बदमाश ने पहले बच्ची के माता-पिता के कमरे का बाहर से दरबाजा बंद कर दिया। फिर वो काव्या के रूम में जा पहंचा।

बच्ची के एक मुक्के में ढेर हो गया बदमाश
बदमाश ने बच्ची का गला दबाने लगा। लेकिन काव्या ने युवक से डरने की बजाय उससे  भिड़ गई और उसके मुंह पर एक जोर  मुक्का मार दिया। मुक्का पढ़ते ही चोर के मुंह पर बांधा कपड़ा खुल गया और उसको वहां से उल्टे पैर भागना पड़ा। इसके बाद बच्ची ने शोर मचा दिया। जिससे उसके माता-पिता की नींद खुल गई।

बच्ची के मुंह में कपड़ा ठूस, दबा रहा था गला
बहादुर कव्या ने बताया कि चेहरे पर काला कपड़ा बांधे एक अंकल मेरे ऊपर आकर बैठ गया और मेरे दोनों हाथ अपने पैरों से दबा दिए। इसके बाद वो अपने हांथों से मेरा गला दबाने लगा। में चिल्लाई तो वो मेरे मुंह में कपड़ा ठूंसने लगा। मैं बहुत डर गई थी, लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी। फिर मैंने एक जोरदार पंच उसके मुंह पर दे मारा। उसके नाक में जैसे ही मेरा मुक्का पड़ा तो वह ऊपर  से उठ गया। इसके बाद मैंने शोर मचा दिया और वो भाग निकला।