सार
मध्य प्रदेश में ईमेल के जरिये राजभवन को अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफे भेजने वाले प्रदेश कांग्रेस सरकार से बागी सिंधिया खेमे के विधायकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है।
भोपाल. मध्य प्रदेश के देवास जिले की हाट पिपल्या विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक मनोज चौधरी ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया। चौधरी को मिलाकर पार्टी के अब तक कुल 22 विधायक दे चुके हैं इस्तीफा।
सिंधिया खेमे के 22 विधायकों ने अपने इस्तीफे ई-मेल से राज्यपाल को भेजे
मध्य प्रदेश में ईमेल के जरिये राजभवन को अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफे भेजने वाले प्रदेश कांग्रेस सरकार से बागी सिंधिया खेमे के विधायकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। उनके इस्तीफा देने से पहले वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस के बागी विधायकों के इस कदम से प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है।
राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस के 19 विधायकों ने अपने त्यागपत्र राजभवन को भेज दिए हैं। उन्होंने बताया कि हरदीप सिंह डंग, तुलसी राम सिलावट (मंत्री), राज्यवर्घन सिंह, प्रभुराम चौधरी (मंत्री) , गोविंद सिंह राजपूत (मंत्री), ब्रजेन्द्र सिंह यादव, जसपाल सिंह जग्गी, महेन्द्र सिंह सिसोदिया (मंत्री), सुरेश धाकड़, जसवंत जाटव, संतराम सरोनिया, इमरती देवी (मंत्री), मुन्नालाल गोयल, प्रद्युम्न सिंह तोमर (मंत्री), रणवीर सिंह जाटव, ओपीएस भदौरिया, कमलेश जाटव, गिरीराज दंडौतिया, रधुराज सिंह कंसाना ने अपने त्यागपत्र ई मेल के जरिए भेजे है।
इस्तीफा देने वाले इन विधायकों में कमलनाथ सरकार के सिंधिया खेमे के छह मंत्री भी शामिल हैं
खबरों के अनुसार सिंधिया खेमे के अधिकांश विधायक बेंगलुरु के एक रिजॉर्ट में ठहरे हुए हैं। प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन होली के अवकाश पर लखनऊ गए हुए हैं और प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए उनके आज शाम तक भोपाल लौटने की उम्मीद है। तय कार्यक्रम के अनुसार उन्हें 12 मार्च को भोपाल आना था। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि वह आज शाम को वापस लौट रहे हैं।
(ये खबर पीटीआई/भाषा की है। हिन्दी एशियानेट न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)