सार
मध्य प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर करोड़ों की संपत्ती बनाने वाले मुख्तार मलिक की दर्दनाक मौत हो गई। दो दिन पहले ही वह एक गैंगवार में घायल हुआ था। इसके बाद झालावाड़ के जंगलों में दो दिन तक भूखा-प्यासा भकटता रहा।
जयपुर/भोपाल. राजस्थान के झालावाड़ से बड़ी खबर सामने आई है। मध्य प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर करोड़ों की संपत्ती बनाने वाले मुख्तार मलिक की दर्दनाक मौत हो गई। बताया जा रहा है कि भोपाल से फरार मुख्तार झालावाड़ गैंगवार में घायल होने के बाद जंगल में भूखा-प्यासा भटकता रहा। उसे दो दिन तक ना तो पानी नसीब हुआ और ना ही खाने को कुछ मिला। जिसके चलते तड़प-तड़पकर उसने दम तोड़ दिया।
राजस्थान के बंटी गैंग से हुई मुख्तार की गैंगवार
दरअसल, मामले की जानकारी देते हुए झालावाड़ के डीएसपी गिरधर सिंह ने बताया कि भीमसागर बांध के नदी क्षेत्र में मछलियां पकड़ने का ठेका भोपाल मुख्तार मलिक ने लिया था। वह मंगलवार को अपने लोगों के साथ मछली पकड़ रहा था। इसी दौरान राजस्थान के बंटी गैंग से उसकी गैंगवार हो गई। दोनों गैंग के बीच मछली पकड़ने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद मुख्तार जंगल की तरफ भाग गया।
पैरों से बह रहा था खून...एक बंद पानी और एक रोटी तक नहीं मिली
अगले दिन मुख्तार मलिक को भीमसागर बांध के नदी क्षेत्र के ग्रामीणों ने देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस से बचने के चक्कर में वह दो दिन तक भूख-प्लास से तड़पते हुए जंगल में भटकता रहा। पुलिस भी उसे पकड़ने के लिए करीब 12 किलोमीटर दूर तक जंगल में पैदल गई। इस दौरान देखा कि मुख्तार जंगल में घिसट रहा था, उसके पैरों से खून बह रहा था। उसकी हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि कुछ बोल भी नहीं पा रहा था। उसके दोनों पैरों की चमड़ी उधड़ चुकी थी।
यूपी-एमपी में दर्ज हैं 58 से ज्यादा मामले, 21 साल की उम्र में गया था पहली बार जेल
बता दें कि मृतक मुख्तार मलिक मूलरूप से एमपी के रायसेन जिले के गोहरगंज का रहने वाला था। मुख्तार की उम्र 61 साल थी और वह 21 साल की उम्र में पहली बार रेप केस में जेल गया था। मध्य प्रदेश के साथ साथ वो यूपी से लगी सीमा वाले इलाकों में भी अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। रायसेन और भोपाल, समेत यूपी के कई जिलों में उसके ऊपर 58 से ज्यादा मामले दर्ज थे।
मुख्यमंत्री को दे चुका था जान से मारने की धमकी
मुख्तार मलिक पूर्व और दिवगंत मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा को धमकी देकर चर्चा में आया था। इसके बाद ही उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। इससे पहले वह तब चर्चा में आया था जब भोपाल की जिला अदालत में मुन्ने पेंटर गैंग के बीच हुए गैंगवार में मुख्तार को 2006-07 में हाईकोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। लेकिन उसको सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी। मुख्तार के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, ज्यादती, अपहरण और अड़ीबाजी समेत दर्जनों मामले दर्ज हैं।
आरोपी विक्की की तलाश कर रही पुलिस
झालावाड़ जिला पुलिस अधीक्षक मोनिका सेन ने बताया कि इस मामले में अब तक एक दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गैंगवार होने के बाद गैंगस्टर मुख्तार मलिक और विक्की गायब हो गए थे। शुक्रवार को मुख्तार मलिक घायल अवस्था में मिल गया। लेकिन विक्की का अभी तक कोई पता नहीं लग पाया है। मुख्तार मलिक के साथ उसके गुट का सदस्य कमल किशोर की भी मौत हो गई थी।