सार
भोपाल के गौतम नगर में रहने वाली इरफाना की दिवाली से दो दिन पहले यानि 2 नवंबर को बच्चे को जन्म दिया था। सालों बाद जब परिवार में खुशी किलकारी आई तो घर का हर सदस्य खुश था। महिला की नॉर्मल डिलीवरी हुई थी। लेकिन सोमवार रात उसकी सारी खुशियां उजड़ गईं। उसे क्या पता था कि उसने जिस लाल को मन्नतों बाद जन्म दिया है। वह सिर्फ पांच दिन के लिए इस दुनिया में आया हुआ था।
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की कमलन नेहरू अस्पताल ((Kamla Nehru Children Hospital) में सोमवार रात आग लग गई। जिसमें 7 नवजात बच्चों की मौत हो गई। जब बच्चों के परिजनों को इस हादसे की बारे में जानकारी लगी तो वह चीखते-चिल्लाते अस्पताल पहुंचे। जिन मां की इस अग्निकांड में गोद उजड़ी उनके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। बिलखते हुए यही बोलीं कि सिर्फ एक बार दूर से ही मेरे लाल का चेहरा दिखा दो। अभी मैंने अपने बच्चे को ठीक से गोद में भी नहीं उठाया था कि वह दुनिया छोड़कर चला गया। अपने जिगर के टुकड़े को खोने वाली एक मां है इरफाना। जिसने शादी के 12 साल बाद एक फूल से बच्चे को जन्म दिया था। लेकिन अब वह एक कोने में बैठकर रोए जा रही है।
12 साल की मन्नतों बाद जन्मा था बच्चा
दरअसल, भोपाल के गौदम नगर में रहने वाली इरफाना की दिवाली से दो दिन पहले यानि 2 नवंबर को बच्चे को जन्म दिया था। सालों बाद जब परिवार में खुशी किलकारी आई तो घर का हर सदस्य खुश था। महिला की नॉर्मल डिलीवरी हुई थी। हालांकि मासूम को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, तो परिजनों ने उसे कमला नेहरू के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया था। लेकिन सोमवार रात उसकी सारी खुशियां उजड़ गईं। उसे क्या पता था कि उसने जिस लाल को मन्नतों बाद जन्म दिया है। वह सिर्फ पांच दिन के लिए इस दुनिया में आया हुआ है।
जिगर के टुकड़े को देखने बिलखती रही मां
बता दें कि जिस दौरान बच्चों के वार्ड में आग लगी तो इरफाना बाहर अस्पताल परिसर में सो रही थी। आग लगते ही इरफाना को अस्पताल से बाहर कर दिया गया। वह अपने नवजात बच्चे की सलामती के लिए दुआ करने लगी। सुबह 4 बजे बच्चे की मौत की जानकारी दी तो वह दहाड़े मारकर रोने लगी। जिसने भी यह मार्मिक सीन देखा उसकी आंखों में आंसू आ गए। बेबस मां बार-बार सिर्फ एक ही गुहार लगा रही थी कि उसे अपने जिगर के टुकड़ों को देखने दिया जाए। हलांकि हादसे के वक्त तक किसी को अंदर जान के अनुमति नहीं थी।
इस भयावह हादसे की सीएम ने मांगी रिपोर्ट
हादसे का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। चर्चा है कि सिलेंडर या वेंटिलेटर में ब्लास्ट होने से आग भड़की। वहीं, शॉर्ट सर्किट की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा रहा। मुख्यमंत्री मामले में रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही अस्पताल प्रबंधन को बच्चों की सुरक्षा और इलाज के निर्देश दिए हैं। सीएम ने शिवराज सिंह चौहान ने अपर मुख्य सचिव को जांच सौंपी है। इसके अलावा, मृतक नवजात बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए के आर्थिक मुआवजे का भी ऐलान किया गया है।