सार

सीएम शिवराज की इस आपात बैठक में मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ मोहम्मद सुलेमान सहित कई अफसर मौजूद हैं। बैठक में केंद्र सरकार ने जो बर्ड फ्यू को लेकर राज्यों को निर्देश जारी किए हैं। उस पर चर्चा चल रही है।

भोपाल (मध्य प्रदेश). पूरे देश में इस समय कोरोना का खौफ तो चल ही रहा है, लेकिन इसी बीच बर्ड फ्लू नो अपनी दस्तक दे दी है। जिसके चलते कई राज्यों में हड़कंप मच गया है। मध्य प्रदेश में भी इस फ्लू का खतरा बढ़ने लगा है। इस संकट को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में सीएम ने दक्षिण राज्यों से मुर्गे-मुर्गियों का व्यापार पर प्रतिबंधित लगाने के आदेश जारी किए हैं।

बैठक में इन मुद्दों पर मंथन..
सीएम शिवराज की इस आपात बैठक में मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ मोहम्मद सुलेमान सहित कई अफसर मौजूद हैं। बैठक में केंद्र सरकार ने जो बर्ड फ्यू को लेकर राज्यों को निर्देश जारी किए हैं उसको लेकर इस बैठक में बातचीत चल रही है। साथ ही यह भी फैसला हुआ है कि जो पक्षी अचानक मर रहे हैं कि उनके जांच के लिए सैंपल लिए जाएंगे।

दक्षिण राज्यों मुर्गों के व्यापार लगाया प्रतिबं
मीटिंग में चर्चा के दौरान मीडिया हवाले से पता चला है कि सीएम शिवराज ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से सीमित अवधि के लिए मुर्गे आदि का व्यापार प्रतिबंधित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अस्थाई रोक एहतियातन लगाई गई है। क्योंकि प्रदेश के तीन स्थान इंदौर,आगर-मालवा और मंदसौर में कुछ कौवों की मौत के बाद सावधानी के तौर पर ये उठाए गए हैं। 

10 दिन में इतने कौओं की हो चुकी है मौत
दरअसल, पिछले एक सप्ताह से मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है। जिसके चलते सैंकड़ों कौओं की मौत इस वायरस के चपेट में आने से हो चुकी है। मीडिया में चल रहीं खबरों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में 23 दिसंबर से 4 जनवरी तक 400 कौओं की मौत हो चुकी है।  इनमें से सबसे ज्यादा 120 मौतें इंदौर में हुई। वहीं मंदसौर में 180, आगर-मालवा में 90, खरगोन जिले में 20, सीहोर में 8 कौओं की मौत हुई है।

कई राज्यों तक पहुंचा इस बीमारी का खौफ
दरअसल, सबसे पहले राजस्थान से शुरु होने वाले इस बर्ड फ्लू के चलते मध्य प्रदेश, हिमाचल और केरल तक दहशत मच गई है। अब इसका प्रकोप हरियाणा तक पहुंच गया है, जहां मुर्गियों के रहस्यमय तरीके से मरने का सिलसिला जारी है। करीब लाख से ज्यादा मुर्गी और चूजों की मौत हो चुकी है।