सार
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में एक बहुत ही ह्रदय विदारक घटना सामने आई है। जहां बच्ची की मौत होने के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला हॉस्पिटल लाया गया था। जहां पीएम के बाद भी एंबुलेंस सुविधा नहीं मिली तो दुखी चाचा उसे अपने कंधे पर लादकर घर ले गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
छतरपुर. मध्य प्रदेश में हॉस्पिटल के द्वारा अमानवीय घटना के मामले बढ़ते जा रहे है। ताजा मामला प्रदेश के छतरपुर जिले का है। यहां बहुत ही ह्रदय विदारक सीन देखने को मिला। जहां अपनी भतीजी की मौत से दुखी चाचा को जब बॉडी ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली तो वह उसे अपने कंधे पर लेकर भीड़ वाली सड़क पर पैदल निकल गया इसके बाद फिर वहां से बस में बैठकर घर को गया। पूरी घटना का वीडियों अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
गांव में गई थी जान, पोस्टमार्टम के लिए यहां भेजा
दरअसल एक चार वर्षीय भतीजी की अचानक मौत गांव में हो गई थी। जहां पर पोस्टमार्टम की सुविधा नहीं होने के कारण उसे इसके लिए जिला अस्पताल भेजा गया। जहां आने के बाद बच्ची ने और उसके चाचा को जो भयानक अनुभव झेलना पड़ा उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। दरअसल जब वह मेडिकल कराने के बाद जब वह अपने गांव जाने के लिए निकला तो उसे वहां से कोई सुविधा नहीं मिली। उसे किसी तरह की एंबुलेंस नहीं दी गई इसके साथ ही उसके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि कोई प्रायवेट वाहन भी बुक नहीं कर सकता था।
दुखी चाचा कंधे पर लेकर गांव के लिए निकला
अपने साथ घटे इस भयानक अनुभव के बाद पहले दुखी चाचा और भी आहत हो गया। और वह बच्ची के शव को अपने कंधे पर ही उठाकर भीड़ वाली सड़कों पर पैदल ही निकल गया। क्योंकि वह किसी निजी वाहन को बुक नहीं कर सकता था और सरकारी सुविधा मिली नहीं। फिर इसके बाद वह बस में बैठकर अपने गांव के निकल गया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
व्यक्ति की दुखत हालात को देखने के बाद एक यात्री ने बताया कि पीड़ित की हालत इतनी खराब थी कि उसके पास बस कि टिकट खरीदने तक के पैसे नहीं भी नहीं थे। उसकी परेशान हालत देखकर एक अन्य यात्री ने उसका किराया चुकाया।
जिले के हॉस्पिटल की भयावह कमी सामने आई
बच्ची की इस हालत का मन को व्यथित करने वाला यह वीडियो सामने आया है जो कि कल के दिन हुई इससे 4 महीने पहले भी इसी तरह की वारदात सामने आई थी जिसमें एक परिवार द्वारा अपनी 4 साल की बेटी को कंधे पर टांग ले जाया गया था। दोनो ही घटनाए छतरपुर जिले की है। ये घटनाएं यहां के हास्पिटल की आपातकालीन सुविधाओं की भयावह कमी पर सवाल खड़ा कर रही है
वहीं फिर इसी तरह का एक दुखद मामला सिंगरौली जिले से सामने आया जहां एक नए जन्मे बच्चे की मौत होने के बाद हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड ने उसे एक बॉक्स में पैक करके दंपत्ति को सौंप दिया। इस घटना से बुरी तरह से आहत हुए कपल ने कलेक्ट्रेट में शिकायत दर्ज कराई है। इस प्रकार का केस देखने के बाद जिला कलेक्टर ने दंपत्ति की शिकायत के बाद जांच के आदेश दे दिए है।
यह भी पढ़े- 70 गज के मकान में हिस्सा मांग रहे बेटे पर टूट पड़े पिता और 3 भाई, 27 चाकू मारा-काट दी आंतें