सार

एक मजदूर की बेबसी यह तस्वीर मध्य प्रदेश के मंदसौर की है। जहां मजदूर ने घर जाने के लिए पहले अपने टूटे हुए पैर का प्लास्टर काटा और फिर घर के लिए रवाना हो गया।

मंदसौर (मध्य प्रदेश). लॉकडाउन हो जाने के बाद हजारों भूखे-प्यासे मजदूर अपने घर जाने के लिए बैचेन हैं। रोज दिल को झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। ऐसी एक तस्वीर मध्य प्रदेश में दिखने को मिली। 

पहले खुद ने काटा टूटे पैर का प्लास्टर, फिर निकल पड़ा 
दरअसल, लाचारी की यह तस्वीर सोमवार को मंदसौर पास एक चेकपोस्ट पर देखने को मिली। जहां 25 साल का मजदूर भंवरलाल बीच सड़क पर बैठकर अपने टूटे हुए पैर का प्लास्टर काट रहा था। कुछ देर बाद वह लंगड़ाते हुए एक लाठी के सहारे फिर से अपने घर जाने के लिए चल दिया। लेकिन वह कुछ दूर चल पाता कि उसको पुलिस ने रोक लिया।

यह दर्द भूख के आगे कुछ भी नहीं
बता दें कि भवरलाल राजस्थान के बारां जिले का रहने वाला है। उसको टूटे ही पैर से अपने गांव पहुंचने के लिए 240 किलोमीटर का सफर करना है। जब पुलिस ने उसको रोका तो कहने लगा सर जाने दो यहां रहूंगा तो भूखा मर जाऊंगा। लेकिन जब पैर के बारे में पूछा तो बोला-यह दर्द भूख के दर्द के आगे कुछ भी नहीं। मेरे पास यहां रहने का कोई विकल्प नहीं है। वहां मेरा परिवार अकेला है और वह भी भूखे मर जाएंगे।