सार
कोरोना महामारी में जरुरतमंद लोगों की मदद करने में अब किन्नर भी किसी से पीछे नहीं हैं। वह गरीबों के घर जाकर उन्हें खाने-पीने का सामान बांट रहे हैं।
छतरपुर (मध्य प्रदेश). लॉकडाउन का सबसे बुरा असर देश के हजारों गरीब मजदूर परिवारों पर पड़ रहा है। वह भूखे-प्यासे इधर से उधर भटक रहे हैं। इन सभी की मदद सरकार से लेकर हर कोई अपने स्तर से कर रहा है। अब इस कड़ी में किन्नर भी किसी से पीछे नहीं हैं। वह भी बेसहारा लोगों की सहायता कर रहे हैं।
रोजाना सैकड़ों लोगों को बांट रहे हैं राशन
दरअसल, यह ममला मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले का है। जहां किन्नर समुदाय गरीबों और मजदूर वर्ग के लोगों के घर जाकर उन्हें खाने-पीने का सामान बांट रहा है। यहां की नीतू किन्नर का कहना है कि वह लॉकडाउन के पहले दिन से ही रोजाना सैकड़ों जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।
रात को बनाते हैं सामान की पोटली, सुबह जाते हैं बांटने
इन किन्नरों का कहना है कि कल तक यही लोग हमारी मदद करते थे। इनसे शादी-विवाह में नेग लेते थे। लेकिन आज उनके ऊपर संकट आया है तो क्या हम उनकी इस समय सहायता नहीं कर सकते हैं। बता दें कि यह किन्नर रात में एक पोटली बनाती हैं, जिसमें तीन से चार दिन का राशन होता है। सुबह होते ही इनकी टोली बेसहारा लोगों के घर पहुंच जाती है।