सार

संकट की इस घड़ी में मानवता की मिसाल पेश करने वाले भोपाल में के शांतनु सक्सेना हैं, जो कि होम आइसोलेशन में हैं। लेकिन अपने दोस्तों के साथ मिलकर वह सोशल मीडिया के जरिए ऐसी लोगों की मदद कर रहे हैं जो इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं।

कोटा (राजस्थान), कोरोना वायरस की दूसरी लहर में हर कोई चपेट में आ रहा है। वहीं कुछ लोग शासन से कंधा से कंधा मिलकर मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं। ऐसी ही मिसाल पेश कर रहे हैं भोपाल राजधानी के एक शख्स जो कि खुद खुद कोरोना पॉजिटिव हैं, लेकिन वह आइसोलेशन में रहकर अपनी टीम की मदद से रोजाना 500 लोगों की मदद कर रहे हैं।

इस मुश्किल वक्त में बने मसीहा
दरअसल, संकट की इस घड़ी में मानवता की मिसाल पेश करने वाले भोपाल में के शांतनु सक्सेना हैं, जो कि होम आइसोलेशन में हैं। लेकिन अपने दोस्तों के साथ मिलकर वह सोशल मीडिया के जरिए ऐसी लोगों की मदद कर रहे हैं जो इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। शांतनु अपने घर में रहकर पूरा प्लान बनाते हैं फिर दोस्तों को फोन पर बताकर ऐसे लोगों तक भेजते हैं जिन्हें इस महामारी के दौर में दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो पा रही हैं।

रोजाना  500 लोगों को फूड के पैकेट के साथ बांटते दवा
शांतनु सक्सेना के दोस्त प्रशांत पांडे ने बताया कि हमारी टीम रोजना 500 लोगों को फूड के पैकेट के साथ जरूरतमंदों को दवाई बांट रही है। हम शहर के कोविड अस्पतालों में जाते हैं और गरीब लोगों की उनकी जरुरत के हिसाब से मदद करते हैं। खाना पैकेट के लिए हमने कम्युनिटी किचन की शुरुआत की है। कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए हमसे जुड़कर साथ दे रहे हैं।

टीम में कई लोग पॉजिटिव फिर जज्बा नहीं कम
बता दें कि शांतनु सक्सेना की टीम में कई लोग अभी कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी वह अपना ख्यात तो रखते ही हैं। लेकिन दूसरों के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने में जुटे हुए हैं।