सार

डॉक्टर ने सुसाइड क्यों किया इस बात का खुलासा नहीं हुई है। डॉक्टर के पास के सुसाइड नोट मिला है। पुलिस ने बताया कि खरगोन के बडवाह में पदस्थ डॉक्टर का रिहेब सेंटर में इलाज चल रहा था। डॉक्टर यहां दोबारा नहीं जाना चाहता थे। 

इंदौर. मध्यप्रदेश के इंदौर में एक डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। डॉक्टर ने सुसाइड अपने ससुराल में किया। जानकारी के अनुसार, खरगोन जिले के बड़वाह के सरकारी अस्पताल में कार्यरत एक डॉक्टर शनिवार को अपनी पत्नी और मासूम बेटी के साथ अपने ससुराल पहुंचे थे। यहां उन्होंने रात में फांसी लगा ली। डॉक्टर ने फांसी क्यों लगाई इसका कोई खुलासा नहीं हुआ है। क्योंकि डॉक्टर ने डेडबॉडी के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस ने डॉक्टर का शव फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के परिजनों को सौंप दिया है। 

रिहेब सेंटर नहीं जाना चाहता था डॉक्टर
पुलिस ने बताया कि डॉक्टर के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जानकारी के अनुसार, डॉक्टर का इंदौर के रिहेब सेंटर में तीन महीने से इलाज चल रहा था।  लेकिन वो वहां जाने को तैयार नहहीं था इसी कारण से वो तनाव था। 

पत्नी ने देखा सबसे पहले
इंदौर के द्वारकापुरी TI सतीश द्विवेदी ने बताया कि डॉक्टर अनिल सोलंकी अपनी पत्नी के साथ अपने ससुराल के साथ पहुंचे थे। रात में पत्नी और बच्ची जब सो रही थी उसी दौरान डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों की शादी 2019 में हुई थी। सुबह जब पत्नी ने दरवाजा खोला तो वह हैरान रह गई। क्योंकि उनका पति फांसी के फंदे पर लटका रहा था। बेटी के चिल्लाने की आवाज सुनकर जब पिता कमरे में आए थे तो वो भी हैरान रह गए। परिजनों ने बताया कि डॉक्टर का एक छोटा भाई भी है जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है।  

पुलिस के मुताबिक डॉ. अनिल ने इंदौर के एक रिहेब सेंटर में उपचार कराया था। उनके पिता की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। बता दें कि रिहेब सेंटर में नशा मुक्ति केंद्र है। यहां उन लोगों का इलाज होता है जो लोग नशे के आदी होते हैं।

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