सार

मध्यप्रदेश के धार जिले में बच्चा चोरी की अफवाह पर भीड़ हिंसा में मारे गये 35 वर्षीय किसान के परिवार को राज्य सरकार ने दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।

इंदौर. मध्यप्रदेश के धार जिले में बच्चा चोरी की अफवाह पर भीड़ हिंसा में मारे गये 35 वर्षीय किसान के परिवार को राज्य सरकार ने दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कि मुआवजे की घोषणा

प्रदेश के लोक स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने यहां बृहस्पतिवार को संवाददाताओं को बताया, "भीड़ हिंसा में मारे गये किसान गणेश पटेल (35) के परिजनों को दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा। इस घटना में घायल लोगों का इलाज राज्य सरकार करा रही है।" सिलावट ने बताया कि भीड़ हिंसा के मामले को मुख्यमंत्री कमलनाथ गंभीरता से ले रहे हैं। मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया जा रहा है।

भीड़ ने पत्थरों और लाठियों से 7 किसानों पर किया था हमला

अधिकारियों ने बताया कि धार जिले के मनावर क्षेत्र में मजदूरों से अपनी पेशगी रकम वसूल करने आये सात किसानों पर एक समूह ने बुधवार को पत्थरों और लाठियों से हमला कर दिया था। इस हमले में इंदौर जिले के किसान गणेश पटेल (35) की मौत हो गयी, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये थे। घटना में हताहत लोगों के खिलाफ अफवाह फैलायी गयी थी कि वे बच्चा चुराने आये हैं। 

उन्होंने बताया कि भीड़ हिंसा में मारा गया पटेल इंदौर से करीब 45 किलोमीटर दूर श्योपुरखेड़ा गांव में खेती-किसानी करता था। उसके परिवार में मां, पत्नी और दो बच्चे हैं। उसके पिता का देहांत हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि पटेल, इंदौर और उज्जैन जिलों के परिचित किसानों को अपने वाहन से धार जिले के मनावर क्षेत्र ले गया था।

हमले में चार लोग गंभीर रुप से घायल

अधिकारियों के मुताबिक भीड़ हिंसा में गंभीर रूप से घायल चार किसानों को इंदौर के परमार्थिक क्षेत्र के चोइथराम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस बीच, चोइथराम हॉस्पिटल के उप निदेशक (चिकित्सा सेवाएं) अमित भट्ट ने बताया, "चारों मरीजों की हालत फिलहाल स्थिर है।" भट्ट ने बताया, "चूंकि हमले में चारों मरीजों को सिर पर भी चोट आयी है। इसलिये उन्हें 24 घंटे के लिये गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया है। उनकी हालत पर नजर रखी जा रही है।"

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)