सार

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जहां राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप चरम पर पहुंच गए हैं। वहीं, मीडिया की सुर्खियों में बने रहे नेता अजब-गजब काम भी कर रहे हैं। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी यह किया। खुद का जवान बताते हुए उन्होंने चुनावी सभा के दौरान मंच से छलांग लगा दी।
 

सागर, मध्य प्रदेश. मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों के लिए होने जा रहे उप चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। वहीं, मीडिया की सुर्खियों में बने रहे नेता अजब-गजब काम भी कर रहे हैं। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी यह किया। खुद का जवान बताते हुए उन्होंने चुनावी सभा के दौरान मंच से छलांग लगा दी। बता दें कि इन सीटों पर 3 नवंबर को वोटिंग होगी। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। 


अभी तो मैं जवान हूं
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सुरखी के जैसीनगर में सोमवार को चुनावी सभा संबोधित करने गए थे। यहां भाषण देते हुए उन्हें अपनी जवानी याद आ गई। कमलनाथ ने माइक छोड़कर मंच से नीचे छलांग लगा दी। यह देखकर मंच पर मौजूद दूसरे नेता और उनके सुरक्षाकर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। कमलनाथ के कूदते ही उनके सुरक्षाकर्मी भी कूद पड़े और उन्हें संभाला। इसके बाद कमलनाथ बोले कि वे 35 साल पहले जैसीनगर आए थे। तब भी वे जवान थे और अब भी हैं। इससे पहले कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को मंच पर जनता के सामने घुटने टेकने पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि शिवराज एक्टिंग में बड़े माहिर हैं। अगर वे मुंबई चले जाएं, तो सलमान, शाहरुख भी शरमा जाएं।

जब शिवराज ने बताया खुद को गरीब

शोकनगर में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा में बोलते हुए मप्र किसान कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने शिवराज सिंह चौहान को गरीबों का खून चूसने वाला बता दिया। इस पर शिवराज सिंह ने कहा कि वे नंगे-भूखे परिवार से हैं। इसलिए गरीबों का दु:ख-दर्द समझते हैं। बता दें कि इन सीटों पर 3 नवंबर को वोटिंग होगी। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे।

दिनेश गुर्जर के बयान पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे गरीब हैं, इसलिए गरीबों की बेटियों को मामा बनकर पढ़ाते हैं। उनका कन्यादान करते हैं। वे गरीबों का दर्द समझते हैं।

दिनेश गुर्जर ने कहा था

कांग्रेस नेता ने कहा था कि पूर्व सीएम कमलनाथ देश के दूसरे नंबर के उद्योगपति हैं। वे शिवराज की तरह नंगे-भूखे परिवार से ताल्लुक नहीं रखते। शिवराज के पास पहले 5 एकड़ जमीन थी। आज हजारों एकड़ जमीन के मालिक हैं। यह जमीन गरीबों का खून चूसकर बनाई है।