सार
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शनिवार की सुबह बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंचे। जहां उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन किए। इतना ही नहीं राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भगवान को भोग लगाया और आरती लेकर टीका भी किया।
उज्जैन (मध्य प्रदेश). कोरोना की तीसरी लहर के बीच केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (kerala governor arif mohammad khan) शनिवार की सुबह बाबा महाकाल के मंदिर मं। जहां उन्होंने महाकाल के दर्शन (mahakaal darshan) किए और विधि-विधान से पूजा अर्चना की। इतना ही नहीं राज्यपाल ने भगवान को भोग लगाया और आरती उतारी फिर खुद को टीका भी लगाया।
राज्यपाल ने महाकाल का अभिषेक कर की पूजा
दरअसल, विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल की नगरी उज्जैन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शुक्रवार देर रात उज्जैन पहुंच गए थे। रात्रि विश्राम के बाद शनिवार सुबह वह महाकाल मंदिर में पहुंचे। जहां उन्होंने कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए बैरिकेड्स के पीछे से आरिफ़ मोहम्मद खान ने पुजारी द्वारा विधि विधान से पूजन और अभिषेक कर दर्शन किया।
बाबा महाकाल से की यह प्रार्थना
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बाबा महाकाल को भोग लगाया और आरती उतारी। साथ ही टीका लगाकर आशीर्वाद लिया। राज्यपाल ने महाकाल से देश का कल्याण, विकास और प्रगति के लिए कमाना की। इतना ही नहीं राज्यपाल ने भोलेनाथ से विश्व को कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए प्रार्थना की।
जानिए क्या बोले राज्यपाल और महाकाल से क्या मांगा
महाकाल के दर्शन और पूजा करने के बाद पत्रकारों ने राज्यपाल से पूछा कि आपने बाबा भोलेनाथ से क्या मांगा? तो महामहिम ने इसका जवाब देते हुए कहा कि उनसे क्या मांगना वह तो सब जानते हैं। फिर मैंने देश के कल्याण विकास और प्रगति मांगी देश इस वक्त बहुत बड़े संकट से जूझ रहा है उसे बाहर निकालने के लिए महाकाल से आशीर्वाद मांगा है।
पीएम मोदी के दीर्घायु के लिए पहुंच रहे कई नेता
बता दें कि इन दिनों महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। जिसमें कई वीआइपी भी शामिल हैं। गुरुवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दीर्घायु के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप और हवनात्मक अनुष्ठान किया था। वहीं शुक्रवार को केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते भी महाकाल मंदिर पहुंचे थे, जहां उन्होंने भी पीएम मोदी की दीर्घायु के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया था। कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर में प्रवेश का समय सुबह 6 से रात 9 बजे तक किया गया है। वहीं गर्भगृह और नंदीहाल में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।