सार

यह हैं मध्य प्रदेश के सागर की रहने वालीं साक्षी। 12वीं में बायो संकाय में 96 प्रतिशत अंक लाकर साक्षी मीडिया की सुर्खियों में आई थीं। लेकिन इस समय वे अपनी जिंदगी के लिए परेशान हैं। उनका लिवर ट्रांसप्लांट होना है। वे इंदौर के मेदांता अस्पताल में भती हैं। जब उनके रिश्तेदार ने मदद की गुहार लगाई, तो यह जानकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भावुक हो उठे। उन्होंने ट्वीट करके हर संभव मदद की बात कही है।
 

इंदौर, मध्य प्रदेश. सागर की रहने वाली साक्षी राजौरिया जिंदगी-मौत के बीच झूल रही हैं। उनका लिवर खराब है। इसका ट्रांसप्लांट होना है। इसके लिए परिवार के पास इतने पैसे नहीं हैं। लिहाजा, एक रिश्तेदार ने लोगों से मदद मांगी। यह देखकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भावुक हो उठे और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। बता दें कि साक्षी 12वीं में बायो संकाय में 96 प्रतिशत अंक लाकर मीडिया की सुर्खियों में आई थीं।

4 महीने पहले से बदल गई  जिंदगी...
साक्षी को करीब 4 महीने पहले जोड़ों में दर्द हुआ। जब डॉक्टर को दिखवाया, तो मालूम चला कि उन्हें सिस्टेमिक लूपूस अर्थेमाटोसस एसएलई (Systemic lupus erythematosus) की बीमारी है। इसके कारण लीवर खराब हो गया। 18 वर्षीय साक्षी अभी इंदौर के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती हैं। उनका लिवर ट्रांसप्लांट होना है। इसके लिए पैसा जुटाने उनके रिश्तेदार ऋषि उपाध्याय ने लोगों से मदद मांगी थी। उन्होंने बताया कि साक्षी की मां साधना सरकारी स्कूल में टीचर हैं। उन्हें आंखों से कम दिखाई देता है।

शिवराज सिंह ने किया ट्वीट

मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके साक्षी की हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। उन्होंने इस संबंध में कलेक्टर को भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि लॉकडाउन के चलते साक्षी के पिता का बिजनेस ठप हो गया। उनके पिता सुधीर राजोरिया ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट पर 25 लाख रुपए का खर्चा आ रहा है।