सार
मध्य प्रदेश में आबकारी विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर आलोक कुमार खरे के यहां मंगलवार को पड़े लोकायुक्त के छापे ने काली कमाई के कुबेरों की कलई खोलकर रख दी है। यह अफसर एकदम शाही ठाठ में जिंदगी गुजार रहा था।
भोपाल. सरकारी सेवा को पैसों का पेड़ समझकर चंद सालों में यह अफसर 150 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी का मालिक बन गया था। उसकी लाइफ स्टाइल देखकर हर कोई हैरान है। यह अफसर हर चीज ब्रांड की इस्तेमाल करता है। अपने दफ्तर मे बैठने के लिए 85 हजार की कुर्सी मंगाई थी। वहीं, इसके घर 10 लाख रुपए कीमत का कुत्ता भी मिला। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस की 7 टीमों ने भोपाल, इंदौर, रायसेन और छतरपुर में अफसर के 5 ठिकानों पर छापा मारा था।
अफसर के हर शहर में आलीशान बंगले हैं। फ्लैट हैं और लग्जरी फॉर्म हाउस भी हैं। अकेले भोपाल के मकान से लोकायुक्त को एक करोड़ रुपए कीमत के बेशकीमती सामान मिले। आलोक खरे इन दिनों इंदौर में पदस्थ है। वो जून 2018 से यहां पदस्थ है। इससे पहले वो 2014 से 2018 तक भोपाल में पदस्थ रहा। अफसर लंबे समय तक मालवा निमाड़ में ही पदस्थ रहा।
सबकुछ ब्रांडेड यूज करता है
आलोक खरे अपनी सरकारी गाड़ी कम ही यूज करता था। वो अकसर अपनी इनोवा गाड़ी में देखा जाता था। आफिस जाने से 20 मिनट पहले वो गाड़ी का एसी चालू करवा देता था। आलोक खरे कपड़े, जूते और जूतों से लेकर पैन तक ब्रांडेड यूज करता है।