सार
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां भूत-प्रेत के साये के शक में एक पिता ने अपने ही 5 साल के बेटे को कुल्हाड़ी से काट डाला और उसके 7 टुकड़े कर दिए। आरोपी पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पूछताछ में अंधविश्वास (Blind Faith) से जुड़े चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
अलीराजपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अलीराजपुर (Alirajpur) में एक पिता ने अपने 5 साल के बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने कुल्हाड़ी से मासूम के 7 टुकड़े कर दिए। उसने अंधविश्वास के चक्कर में इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी पिता अपने बेटे को परिवार के लिए अपशकुन मानता था। इसलिए उसने मार डाला।
ये घटना अलीराजपुर जिले के खरखड़ी गांव की है। पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह (Manoj Singh IPS) के मुताबिक, गुरुवार दोपहर 5 साल के बच्चे की हत्या की गई थी। आरोप है कि दिनेश डावर (28 साल) ने अपने बेटे पर कुल्हाड़ी से हमला किया और उसे 7 टुकड़ों में काट दिया। दिनेश को यह विश्वास था कि उसका मासूम बेटा एक शैतान है और उसकी वजह से ही परिवार के साथ बुरा हो रहा है। पूछताछ में आरोपी ने दावा किया कि जबसे उसके घर बेटे का जन्म हुआ, तब से उसकी पत्नी की तबीयत खराब रहती थी। घर में माहौल भी अच्छा नहीं था और कई तरह की परेशानियां आ रही थीं।
सरपंच ने देखा तो पुलिस को बुलाया
घटना के बाद दिनेश ने अपने बेटे को घर के सामने ही जमीन में दफना दिया। गांव के सरपंच ने उसे ऐसा करते हुए देखा, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस का कहना था कि आरोपी दिनेश को गिरफ्तार कर लिया है। उसने कहा है कि अपनी ‘गुरु माता’ के कहने पर अपने बेटे की हत्या कर दी। दिनेश के मुताबिक, उसकी गुरुमाता ने उससे कहा था कि राम उसके परिवार के लिए अपशकुन है।
‘गुरुमाता’ की तलाश, केस दर्ज
अलीराजपुर एसडीओपी श्रद्धा सोनकर ने आरोपी दिनेश के बयान दर्ज कर लिए हैं। आरोपी अपने पास के गांव में रहने वाली एक महिला को अपनी गुरु माता मानता है, उसे ये सारी बातें बताईं। उस महिला ने उसके बेटे पर भूत-प्रेत का साया होना बताया, इसके बाद पिता ने 5 साल के बेटे की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। आरोपी महिला पर भी केस दर्ज कर लिया है। अब पुलिस गुरुमाता को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। उसके ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं। पुलिस ने ये भी बताया कि जिले में लोगों को अंधविश्वास, शराब से दूर रहने और उन्हें शिक्षा से जोड़ने के लिए अभियान भी चलाया जा रहा है।
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