सार
इन पुरस्कारों का चयन वरिष्ठ मीडिया विशेषज्ञों की एक चयन समिति करेगी। इस समिति में पांच सदस्य हैं। इनमें वरिष्ठ संपादक चंद्रकांत नायडू, एनके सिंह, राजेश बादल, श्रावणी सरकार और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विवि के कुलपति केजी सुरेश शामिल हैं।
भोपाल : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में बाल अधिकारों पर लेखन के लिए चार पत्रकारों को अवॉर्ड दिया जाएगा। इसके लिए 15 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं। सामाजिक सरोकारों और बाल अधिकारों पर लंबे समय से काम कर रही संस्था विकास संवाद ने बाल अधिकारों पर लेखन के लिए चार पुरस्कारों का ऐलान किया है। बाल अधिकारों पर साल 2021 में लिखे गए लेख पर यह पुरस्कार दिए जाएंगे। संस्था की ओर से जानकारी दी गई है कि बाल अधिकार एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील मसला है। भारत संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार समझौते का एक प्रमुख हस्ताक्षरकर्ता है। इसके तहत भारत को देश के बच्चों को बाल अधिकारों को सुनिश्चित करना है। पिछले 30 सालों में देश में बच्चों की स्थिति सुधरी है। इसमें मीडिया की भी प्रमुख भूमिका रही है।
बच्चों को अधिकार दिलाने में मीडिया की भूमिका प्रभावी
विकास संवाद के सचिन कुमार जैन ने बताया कि हर बच्चे को उसका अधिकार मिले, इसमें मीडिया की एक प्रभावी भूमिका है। इस भूमिका के प्रोत्साहन के नजरिए से ये अवॉर्ड शुरू किए गए हैं। इसमें उन लेखकों को चयन किया जाएगा जिन्होंने इस क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है।
15 जनवरी तक कर सकते हैं आवेदन
अवॉर्ड के संयोजक राकेश मालवीय ने बताया कि साल 2021 के दौरान बाल अधिकारों से जुड़े किसी भी पक्ष से संबंधित सामग्री 15 जनवरी तक भेजी जा सकती है। इसके बाद इसे चयन समिति के पास भेजा जाएगा। जिसमें सबसे बेहतरीन लेखक को इन चार कैटेगरी के अवॉर्ड के लिए चुना जाएगा।
चयन समिति में चार सदस्य
इन पुरस्कारों का चयन वरिष्ठ मीडिया विशेषज्ञों की एक चयन समिति करेगी। इस समिति में पांच सदस्य हैं। इनमें वरिष्ठ संपादक चंद्रकांत नायडू, एनके सिंह, राजेश बादल, श्रावणी सरकार और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विवि के कुलपति केजी सुरेश शामिल हैं। अवॉर्ड के तहत प्रत्येक चयनित व्यक्ति को 25 हजार रुपए की राशि, ट्रॉफी और प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसकी ज्यादा जानकारी संस्था की वेबसाइट (www.vssmp.org) से ली जा सकती है।
14 साल से मीडिया फेलोशिप दे रही संस्था
बता दें कि विकास संवाद 14 साल से सामाजिक सरोकार के विषयों पर मीडिया फेलोशिप प्रदान कर रहा है। संस्था सामाजिक सरोकार पर पिछले 20 सालों से लगातार शोध, अध्ययन और जमीनी स्तर पर काम कर रही है।