सार

मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से एक दुखद मामला सामने आया है, जहां एक पुलिसवाले की मौत के साथ प्रेम कहानी का दुखद अंत हो गया। इंस्पेक्टर को जब उसकी प्रेमिका ने चीट किया तो उसने जहर खाकर सुसाइड कर लिया।
 

राजगढ़ (मध्य प्रदेश).  कहते हैं कि जब किसी को सच्ची मोहब्बत में अगर धोखा मिल जाए तो वह पूरी तरह से टूट जाता है। इतना ही नहीं कई तो जिंदगी खत्म करने का खतरनाक कदम भी उठा लेते हैं। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक पुलिसवाले की मौत के साथ प्रेम कहानी का दुखद अंत हो गया। इंस्पेक्टर को जब उसकी प्रेमिका ने चीट किया तो उसने जहर खाकर सुसाइड कर लिया।

महिला दोस्त की ब्लैकमेलिंग हो चुके थे परेशान
दरअसल, यह दुखद घटना नरसिंहगढ़ के बारहद्वारी मोहल्ले की है, जहां के रहने वाले एसआई राजेंद्र मालवीय ने 10 दिन पहले अपनी एक महिला दोस्त की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर जहर खा लिया था। डॉक्टरों ने उनको बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन शुक्रवार शाम को इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।

आखिरी बार गाया था प्यार वाला गीत
बता दें कि एसआई राजेंद्र गाने के बेहद शौकीन थे। बताया जाता है कि जहर खाने से पहले उन्होंने मेरे नैना सावन भादो... फिर भी मेरा मन प्यासा...गीत गाया था। इसे गाते हुए सोशल मीडिया पर भी शेयर किया। इसके बाद जहर खा लिया। इंस्पेक्टर के गाने का यह वीडियो सोशल मीडाया पर खूब वायरल हो रहा है। यूजर इसको सुनकर मार्मिक कमेंट्स भी कर रहे हैं।

बेटी शादी वाली और पिता की मौत
इंस्पेक्टर राजेंद्र ने 1995 में मध्य प्रदेश पुलिस सेवा की नौकरी ज्वॉइन की थी। उनके पिता बारेलाल का पूरे प्रदेश में बैंड वाले के नाम से डंका बजता था। एसाई फिलहाल नरसिंहगढ़ जिले के करनवास थाने में पदस्थ थे। वह शादीशुदा थे उनको तीन बच्चे हैं, जिसमें बड़ी बेटी तो 21 साल की है, वहीं बेटे भावेश (12) और जयस (10) है। पत्नी और तीनों बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। इतना ही नहीं इस घटना से आसपास वालों के घर भी मातम पसरा हुआ है।

ऐसे हुई दोस्ती और फिर जान लेकर चली गई
बता दें कि एसआई राजेंद्र की कुछ दिन पहले राजगढ़ में रहने वाली गीता नाम की महिला से जान पहचान हुई थी। धीरे-धीरे दोनों में बातचीत बढ़ी और यह दोस्ती गहरी होती चली गई। बताया जाता है कि वह एक-दूसरे को पसंद करने लगे। लेकिन महिला ने इसी बीच इंस्पेक्टर को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। वह आए दिन उनको बदनाम करने की धमकी देती रहती थी। बस इसी बात से दुखी होकर उन्होंने 12 जनवरी को एक होटल में खाना खाने के बाद जहर खा लिया था। आनन-फानन में उनको भोपाल रेफर किया गया। लेकिन 10 से ज्यादा दिन उनका इलाज चला फिर भी बच नहीं पाए।