सार

कभी भाजपा के खेमे में रहे अब कांग्रेसी कम्प्यूटर बाबा ने दावा किया है कि भाजपा के 4 विधायक उसे संपर्क में है। जिस दिन मुख्यमंत्री कमलनाथ कहेंगे, वे उनके सामने पेश कर देंगे। बाबा के इस बयान से हंगामा बरपने की आशंका है।

इंदौर. कर्नाटक में कुमारस्वामी की सरकार गिरने के बाद मप्र में भी उठापटक के आसार नजर आ रहे थे। हालांकि मामला उलट पड़ा और भाजपा के दो विधायक कांग्रेस के समर्थन में चले गए। अब कम्प्यूट बाबा ने दावा किया है कि भाजपा के 4 विधायक उनसे संपर्क में हैं। जिस दिन मुख्यमंत्री कमलनाथ चाहेंगे, वे उनके सामने पेश कर देंगे। बाबा ने मीडिया के सामने यह दावा किया।

याद रहे कि मप्र विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने विधानसभा में कहा था कि ऊपर वाले नंबर 1 या नंबर 2 का आदेश हुआ, तो 24 घंटे भी कमलनाथ सरकार नहीं टिकेगी।  इस पर कमलनाथ ने पलटवार किया था कि, 'आपके ऊपर वाले नंबर एक और नंबर दो समझदार हैं, इसलिए आदेश नहीं दे रहे हैं।'
 
दरअसल, बुधवार को मध्‍यप्रदेश विधानसभा में दंड संशोधन विधेयक पर हुई वोटिंग में भाजपा के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। क्रॉस वोटिंग करने वाले पहले विधायक मैहर के नारायण त्रिपाठी और दूसरे ब्यौहारी के शरद कोल हैं। वोटिंग के बाद से ही दोनों के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें तेज हैं।
 
कौन हैं कप्यूटर बाबा...
 नामदेव दास त्यागी ऊर्फ कम्प्यूटर बाबा नर्मदा, क्षिप्रा एवं मन्दाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष हैं। शिवराज सिंह चौहान की सरकार में कम्प्यूटर बाबा उन पांच धर्म गुरुओं में शामिल थे, जिन्हें राज्य मंत्री बनाया गया था। हालांकि पांच महीने पहले यानी सितंबर, 2018 में उन्होंने शिवराज सिंह पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगाते हुए त्यागपत्र दे दिया था।  2018 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनावों में बाबा ने कांग्रेस का समर्थन और प्रचार किया था। उन्होंने भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे दिग्विजय सिंह को जिताने के लिए रोड शो से लेकर हठ योग तक किया था। यह दीगर बात है कि दिग्विजय बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर से 3.64 लाख से अधिक मतों से हार गए थे।