सार

यादव ने पत्र में लिखा कि सिंधिया समर्थकों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में मेरी और भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। उन्हें कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता। प्रोटोकॉल के अनुसार उद्घाटन, लोकार्पण कार्यक्रम की शिलापटि्टका पर भी जगह नहीं दी जा रही। 

ग्वालियर : क्या मध्यप्रदेश भाजपा में सब ठीक है? ये सवाल इसलिए क्योंकि अब बीजेपी के एक सांसद ने केंद्रीय मंत्री के समर्थकों पर अपनी उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को हराने वाले गुना-शिवपुरी क्षेत्र के सांसद केपी यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को लिखे पत्र में अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने नड्‌डा को भेजे पत्र में उन्होंने सिंधिया समर्थक मंत्रियों पर गुटबाजी और भेदभाव करने का आरोप लगाया। यह चिट्‌ठी सार्वजनिक होने के बाद सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।

पत्र में क्या लिखा
यादव ने पत्र में लिखा कि सिंधिया समर्थकों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में मेरी और भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। उन्हें कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जाता। प्रोटोकॉल के अनुसार उद्घाटन, लोकार्पण कार्यक्रम की शिलापटि्टका पर भी जगह नहीं दी जा रही। कई ऐसे काम होते हैं, जिन्हें उनके प्रयासों से मंजूरी मिली है। यादव ने लिखा है कि सिंधिया समर्थक मंत्री उनकी अध्यक्षता में होने वाली बैठकों का लगातार बॉयकॉट कर रहे हैं।

सिद्धांत के विपरीत काम
पत्र में लिखा है कि पार्टी कार्यक्रमों के संदर्भ में पोस्टर, बैनरों को लगाते समय भी प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाता। पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को भी स्थान नहीं दिया जाता। उन्होंने लिखा कि सिंधिया समर्थक मंत्री पार्टी सिद्धांतों के विपरीत काम कर रहे हैं। उन्होंने समन्वय स्थापित करने की मांग की है।

बैठक का बायकॉट, कार्यकर्ता हताश-परेशान
राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्‌डा को उन्होंने बताया कि तीनों जिलों के अधिकारी, कर्मचारी भी उपेक्षापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। बतौर सांसद, मेरी खुद की अध्यक्षता में होने वाली बैठक का भी सिंधिया समर्थक बायकॉट करते हैं। कार्यकर्ता परेशान होकर हताश और निराश हैं। इससे गुना, शिवपुरी और अशोकनगर जिलों के अतिरिक्त ग्वालियर चंबल संभाग में अच्छा मैसेज नहीं जा रहा। सांसद केपी यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि पार्टी की रीति-नीति और सिद्धांतों के अनुरूप कार्य करना चाहिए, ताकि भविष्य में अच्छे रिजल्ट मिल सकें।

पार्टी में गुटबाजी
केपी यादव ने कहा कि इस समस्या को अगर जल्द से जल्द नहीं सुलझाया गया, तो पार्टी निष्ठा खत्म होकर व्यक्तिनिष्ठा बढ़ जाएगी। इसकी भरपाई में दशकों लग जाएंगे। उन्होंने बताया कि जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच भ्रम पूर्ण स्थिति बनने से गुटबाजी होने लगी है। इससे अन्य दलों को मौका मिलता है।

कौन हैं केपी यादव
केपी यादव 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान सुर्खियों में आए थे। उन्होंने कांग्रेस की सबसे मजबूत सीटों में से एक गुना शिवपुरी लोकसभा सीट पर उस समय कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया था। हालांकि 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने कई समर्थक मंत्रियों और नेताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी में आ गए। सिंधिया के साथ भाजपा में आए नेताओं को शिवराज सरकार में महत्वपूर्ण विभागों का मंत्री तो बनाया ही गया, इसके साथ ही कई अन्य कार्यकर्ताओं और नेताओं को संगठन में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई।

इसे भी पढ़ें-MP की राजनीति में मुलाकात पर चर्चाएं, शिवराज ने दिग्विजय का अपॉइंटमेंट कैंसिल किया, कमलनाथ से आधे घंटे बातचीत

इसे भी पढ़ें-इस तरह का बर्ताव आपको महंगा पड़ेगा, बताए दे रहा हूं शिवराज जी... जानें क्यों भड़के पूर्व CM दिग्विजय सिंह