सार
बता दें कि कम्प्यूटर बाबा को सेंट्रल जेल में भेजने के बाद ऐसा लग रहा था कि अब उनकी दीपावली लगता है जेल में ही मनेगी। कंप्यूटर बाबा की जमानत याचिका एसडीएम राजेश राठौर की कोर्ट ने निरस्त कर दी थी। बाबा को आज एसडीएम कोर्ट से जमानत मिल गई। उन्हें इंदौर सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया।
इंदौर. आखिरकार चार दिन बाद शिवराज सरकार ने नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा को आज एसडीएम कोर्ट से जमानत मिल गई। उन्हें इंदौर सेंट्रल जेल से रिहा करने के के मामले में SDM पराग जैन ने बाबा को सशर्त छोड़े जाने के आदेश जारी किए। बाबा को यह जमानत पांच लाख रुपए की बैंक गारंटी पर दी है। बता दें कि 8 नवंबर को अवैध निर्माण के करण आश्रम गिराने का विरोध करने पर बाबा सहित 7 समर्थकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
बाबा के वकील गए थे कोर्ट
बता दें कि कम्प्यूटर बाबा को सेंट्रल जेल में भेजने के बाद ऐसा लग रहा था कि अब उनकी दीपावली लगता है जेल में ही मनेगी। कंप्यूटर बाबा की जमानत याचिका एसडीएम राजेश राठौर की कोर्ट ने निरस्त कर दी थी। लेकिन एसडीएम कोर्ट से जमानत के संबंध में आदेश पारित नहीं होने पर बाबा के वकील सेशन कोर्ट चले गए थे।
4 दिन पहले कम्प्यूटर बाबा के आश्रम पर चला बुल्डोजर
इंदौर पुलिस ने नगर निगम के साथ मिलकर रविवार सुबह नामदेव दास त्यागी (कम्प्यूटर बाबा) के खिलाफ कार्रवाई की है। जहा उनके इंदौर शहर के पास एयरपोर्ट रोड पर जम्बूर्डी हप्सी गांव में बने कम्प्यूटर बाबा के आश्रम परिसर को अवैध कब्जा करार देते हुए गिरा दिया गया। बताया जाता है कि बाबा ने यहां करीब गौशाला की 46 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया था। जिसमें करीब 2 एकड़ जमीन पर पक्का निर्माण कर आश्रम बनाया गया था।
कांग्रेस सरकार में था कैबिनेट मंत्री का दर्जा
कमलनाथ सरकार में कम्प्यूटर बाबा को नदी संरक्षण न्यास के अध्यक्ष बनाया गया था। जिनको कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त था। अभी हाल ही में नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा ने बीजेपी के खिलाफ जाकर उपचुनावों वाली 28 विधानसभा सीटों पर राज्य सरकार के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकाली थी। जिसमें उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले विधायकों के खिलाफ प्रचार किया था।
दिग्विजय सिंह के लिए मिर्ची यज्ञ कर चुके हैं कम्प्यूटर बाबा
कम्प्यूटर बाबा दिग्विजय सिंह के काफी करीबी माने जाते हैं। बताया जाता है कि उनके कहने पर ही कमलनाथ सरकार ने उनको कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था। वहीं कम्प्यूटर बाबा 2019 के लोकसभा चुनाव में भोपाल के प्रत्याशी रहे दिग्विजय सिंह के समर्थन में जमकर प्रचार किया था। इसके तहत उन्होंने एक मिर्ची यज्ञ भी किया था जो काफी चर्चा में रहा था।