सार
इस समय ग्वालियर नगर निगम पानी का बिल वसूली करने के लिए विशेष अभियान चला रही है। इसी दौरान शुक्रवार को यह वसूली करने का एक अनोखा अंदाज सामने आया है। जहां निगम ने नल का बिल ना भरने वाले एक व्यक्ति पर ऐसी कार्रवाई की है, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है।
ग्वालियर (मध्य प्रदेश). अक्सर देखा जाता है कि जब कोई किसी बैंक से लिए लोन को नहीं चुका पाता है तो बैंक उसके घर की कुर्की करने लगते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर में नगर निगम ने नल का बिल न भरने वाले एक व्यक्ति पर ऐसी कार्रवाई की है, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। निगम युवक की भैसों को ही जब्त कर लिया और पिकअप में भरकर ले गए। साथ ही कहा-जब बिल भर दोगे तो अपनी भैंसे ले आना।
82 हजार रुपए से ज्यादा का बिल बकाया था
दरअसल, ये पूरा मामला ग्वालियर के ठाटीपुर क्षेत्र का है। जहां दर्पण कॉलोनी में रहने वाले डेयरी मालिक राजेंद्र पाल पर काफी समय से 82 हजार रुपए से ज्यादा का बिल बकाया था। जब युवक ने बिल भरने से आनाकानी की तो निगम ने उसकी 5 भैंसों को जब्त कर निगम की गौशाला में भेज दिया। बताया जा रहा कि युवक ने बिल भर दिया और निगम ने उसकी भैंसों को छोड़ दिया है
युवक ने सुनाई दर्दभरी कहानी..लेकिन उसकी एक नहीं सुनी
वहीं इस पूरे मामले पर डेयरी मालिक राजेंद्र पाल का कहना है कि मैं निगम से गुहार लगाता रहा कि पैसे भर दूंगा, लेकिन उन्होंने जबरदस्ती मेरी भैंसो को उठाकर ले गए। साथ ही उन्होंने कहा कि उसका बिल ज्यादा आ रहा है और घर में भाई को कैंसर है। लेकिन उन्होंने मेरी एक बात नहीं सुनी और घर में घुसकर भैंसों को गाड़ी में भरकर ले गए। जबकि मैं निगम की रिकवरी टीम से गुहार लगाता रहा।
निगम बिल वसूली के लिए चला रहा विशेष अभियान
बता दें कि इस समय ग्वालियर नगर निगम पानी का बिल वसूली करने के लिए विशेष अभियान चला रही है। इसी दौरान शुक्रवार को यह वसूली करने का एक अनोखा अंदाज सामने आया है। इस मामले में निगम आयुक्त किशोर कन्याल का कहना है कि जो लोग काफी समय से पानी का बिल नहीं भर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अभियान चलाया गया है। डेयरी मालिकों को कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने पानी का बिल जमा नहीं किया। इसके चलते मजबूरी हमकों ऐसा कदम उठाना पड़ गया।