सार
एक चौंकाने वाला मामला मध्य प्रदेश के सिवनी से सामने आया है। जहां 49 बच्चे जहरीला फल खाने से बीमार पड़ गए हैं। आनन-फानन में सभी बच्चों को असपताल में भर्ती कराया गया है।
सिवनी (मध्य प्रदेश). कभी-कभी बच्चों की नादानी उन्हें मुश्किल में डाल देती है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला मध्य प्रदेश के सिवनी से सामने आया है। जहां 49 बच्चे जहरीला फल खाने से बीमार पड़ गए हैं। आनन-फानन में सभी बच्चों को असपताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद प्रशासन से लेकर बच्चों के माता-पिता में हड़कंप मच गया है।
समय रहते बच्चों को ले जाया गया हॉस्पिटल
दरअसल, यह घटना सिवनी जिले के बारघाट इलाके के एक सरकारी प्राइमरी-मिडिल स्कूल की है। जहां स्कूल के पास लगे रतनजोत के पेड़ से फल तोड़कर बच्चों ने खा लिए। जब बच्चे स्कूल से घर वापस लौटे तो उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद घबराए परिजन उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे और उनको भर्ती कराया गया।
पहले भी घट चुकी है ऐसी ही घटना
बच्चों का इलाज कर रहे डॉक्टर योगेश अग्रवाल ने बताया कि सभी बच्चों ने उल्टी, पेट में दर्द और बेचैनी की शिकायत की थी। उनका तत्काल इलाज शुरू किया गया और 47 बच्चों को ठीक करके उनके घर भी भेज दिया गया है। वहीं दो बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है। हालांकि इन बच्चों की तबीयत डॉक्टरों ने खतरे से बाहर बताई है।
प्रशासन पर उठ रहे कई सवाल
बता दें कि ऐसी एक घटना सिवनी जिले के एक सरकारी स्कूल के पास भी घटी थी। जहां पर गुरुवार को 13 बच्चे रतनजोत का फल खाकर बीमार पड़ गए थे। हलांकि समय रहते हुए उनको अस्पताल ले जाया गया था। यहां से भी बच्चे सुरक्षित घर लौट आए। लेकिन सवाल यह है कि लगातार आ रही ऐसी खबरों के बाद भी प्रशासन स्कूल के पास लगे इन पेड़ों को आखिर क्यों कटवा नहीं रहा है। क्योंकि कभी भी बच्चों की यह नादानी उनको लिए महंगी पड़ सकती है।