सार
भोपाल में शाम चार बजे तक सब कुछ नॉर्मल था, धूप निकली हुई थी और लोगों को गर्मी लग रही थी। लेकिन अचानक मौसम बदला और तेज आंधी के साथ बारिश होने लगी। कुछ ही देर में अंधेरा छा गया। ऐसा लगने लगा कि रात हो गई। फिर ओले के साथ होने लगी बारिश।
भोपाल. मध्य प्रदेश में पिछले तीन दिन से तेज हवाओं के साथ कई हिस्सों में हल्की-फुल्की बारिश हो रही थी। लेकिन रविवार शाम करीब 5 बजे अचानक बिजली चमकने लगी और बादलों की आवाज आना शुरू हो गई। कुछ ही देर में अंधेरा छा गया। ऐसा लगने लगा कि रात हो गई। फिर तेज हवाएं चलीं और झमाझम बारिश होने लगी। कुछ जगहों पर पानी के साथ ओले भी गिरे। जगह-जगह सड़कों पर पानी भर गया।
शाम 5 बजे लगने लगा जैसे रात हो गई
दरअसल, भोपाल में शाम चार बजे तक सब कुछ नॉर्मल था, धूप निकली हुई थी और लोगों को गर्मी लग रही थी। लेकिन अचानक मौसम बदला और तेज आंधी के साथ बारिश होने लगी। बारिश के कारण तापमान में भी अचानक गिरावट दर्ज की गई। वहीं तेज हवाओं के कारण कई जगह बिजली भी गुल हो गई। कोलार और होशंगाबाद रोड इलाके में तेज आंधी की वजह से सैंकड़ों पेड़ भी गिरे। वहीं आंधी चलने से भोपाल-नागपुर हाईवे पर पेड़ों के गिरने से कुछ देर रोड जाम रहा। करीब एक घंटे तक लंबा ट्रॉफिक लग गया। सड़क पर पानी भर गया, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
अगले दो से तीन दिन और होगी बारिश
मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दो से तीन दिन में प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश होने की आशंका जताई है। उनका कहना है कि साउथ ईस्ट मध्य प्रदेश में ऊपरी हवाओं का चक्रवात बना हुआ है। यहां से तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इससे प्रदेश के तापमान में ठंडक बनी हुई है। यह सिलसिला अभी दो तीन दिन और रहेगा।
आंधी चलने से लाखों केले के पौधे गिर गए
बता दें कि इस बारिश से प्रदेश के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। खासकर इस वक्त मूंग की खेती जो कई जगह कट चुकी है और खेतों में फैली है। ऐसे में बारिश होने से मूंग की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान है। वहीं शनिवार को बुरहानपुर और खरगोन में 40 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चलने से लाखों केले के पौधे गिर गए।