सार

यशवर्धन सिंह ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा- जिस दिन जीजा जनरल बिपिन रावत और जिज्जी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, उसी वक्त मौके का फायदा उठाते हुए शहडोल स्थित हमारे निजी परिसर से बिना अधिग्रहण अवैध रूप से समाधियों को नष्ट कर दिया गया।

शहडोल : तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश (Coonoor Helicopter Crash) में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का निधन हो गया था। इस दौरान पूरा देश शोक में लीन रहा। वहीं, बहन की मौत की खबर सुनते ही मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के शहडोल (Shahdol) जिले में रहने वाले भाई यशवर्धन सिंह परिवार संग दिल्ली (delhi) पहुंचे थे। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) समेत पूरा देश जनरल रावत के परिवार के साथ खड़ा था, तब यशवर्धन सिंह की सोहागपुर की जमीन पर सरकार ने बिना किसी नोटिस कब्जा कर लिया। यशवर्धन सिंह ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी है। 

क्या है मामला
दरअसल, यशवर्धन सिंह अपनी बड़ी बहन मधुलिका के अंतिम संस्कार में शामिल होने दिल्ली पहुंचे थे। उसी दौरान पीछे से उनकी जमीन पर कब्जा हो गया। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा- जिस दिन जीजा जनरल बिपिन रावत और जिज्जी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, उसी वक्त मौके का फायदा उठाते हुए शहडोल स्थित हमारे निजी परिसर से बिना अधिग्रहण अवैध रूप से समाधियों को नष्ट कर दिया गया। पेड़ों को काट दिया गया। यह सब नेशनल हाईवे के लिए किया गया। हमारे किसी हस्तक्षेप पर स्थानीय पुलिस को भी हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है। न्याय की दरकार है।

क्यों अधिग्रहित की गई जमीन
दरअसल, शहडोल के पास राजाबाग सोहागपुर में नेशनल हाईवे बन रहा है। सड़क से लगी निजी जमीन भी अधिग्रहित की जा रही है। यहां यशवर्धन सिंह की भी जमीन थी। यशवर्धन सिंह का आरोप है कि निजी जमीन का अधिग्रहण हुआ ही नहीं और उस पर सरकार ने कब्जा ले लिया। यशवर्धन का कहना है कि जब उनका परिवार दिल्ली में था, तब ठेकेदार मनोज दीक्षित का फोन आया था। उन्हें बताया कि मौके पर पहुंचे, वह निर्माण कार्य शुरू कर रहे हैं। दशहरे के वक्त कलेक्टर से बात जरूर हुई थी, लेकिन उन्हें नहीं बताया गया था कि जमीन का अधिग्रहण होगा। उधर, कलेक्टर वंदना वैद्य ने कहा कि उनकी जानकारी में मामला आया है और वह तहसीलदार से जांच करा रही हैं।

यह दोहरा चरित्र - कांग्रेस
इस मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह बीजेपी सरकार का दोहरा चरित्र उजागर करता है। एक तरफ बीजेपी के नेता श्रद्धांजलि के नाम पर तस्वीरें खिंचा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के परिजनों को किस तरह प्रताड़ित किया जा रहा है। यह सब के सामने आ चुका है। बीजेपी ने इस पर सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा है जमीन अधिग्रहण के मामलों में नियम के तहत कार्रवाई होती है। इस मामले में अधिकृत व्यक्ति ही बयान जारी कर सकते हैं।

दोषी पर कड़ी कार्रवाई होगी - गृहमंत्री
इधर, मामला बढ़ता देख गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने दखल दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- यशोवर्धन जी की सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट मेरे संज्ञान में आई है। मैंने इस विषय में एसपी शहडोल से बातचीत कर निर्देश दिए हैं कि पूरा मामला मेरी जानकारी में लाए बिना पुलिस किसी भी तरह का कोई कदम उनके या उनके परिवार के खिलाफ नहीं उठाए। अगर पुलिस द्वारा किसी भी तरह का पूर्वाग्रह इस मामले में बरता गया है और किसी भी तरह की अवैधानिक कार्रवाई को प्रश्रय दिया है तो मैं खुद पूरे मामले को देखूंगा और जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।

 

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