सार

पुलिस को युवक के पास से सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने पत्नी के प्रेमी (सागर बाबा) के लिए लिखा है कि पत्नी-बच्चे से मिलाने के लिए सागर बाबा के पैर तक छुए, लेकिन वह नहीं पिघला। सागर बाबा ने जीवन तबाह कर दिया। मैं पत्नी, सागर बाबा की वजह से जान दे रहा हूं।

भोपाल : मध्यप्रदेश (madhya pradesh) की राजधानी भोपाल (bhopal) में पत्नी की बेवफाई से एक हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया। मामला टीटी नगर इलाके का है। यहां की पीएचई कॉलोनी में रहने वाले अक्षय सोमकुंवर वल्लभ भवन में लिफ्ट आपरेटर था। गुरुवार की रात करीब साढ़े 12 बजे अक्षय ने अपने कमरे में पत्नी की साड़ी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। उसकी मां कुसुम बाई ने जब बेटे को फंदे पर लटका देखा तो पड़ोसियों की मदद से उसे जेपी अस्पताल लेकर पहुंची। डॉक्टर ने अक्षय को मृत घोषित कर दिया। पति की मौत की खबर लगते ही शुक्रवार घर पहुंची पत्नी ने पेट्रोल डालकर आग लगा ली। इलाज के दौरान दोपहर में उसने भी दम तोड़ दिया। दोनों का एक चार साल का बेटा भी है। बताया जा रहा है कि पत्नी ने बेटे को भी आग लगाने की कोशिश की थी।

सुसाइड नोट भी मिला
पुलिस को युवक के पास से सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने पत्नी के प्रेमी (सागर बाबा) के लिए लिखा है कि पत्नी-बच्चे से मिलाने के लिए सागर बाबा के पैर तक छुए, लेकिन वह नहीं पिघला। सागर बाबा ने जीवन तबाह कर दिया। मैं पत्नी, सागर बाबा की वजह से जान दे रहा हूं। दोनों ने 2014 में लव मैरिज की थी। पुलिस अब सागर की तलाश में जुटी है।

पति के दोस्त से प्यार
अक्षय और सागर दोनों दोस्त थे। अक्षय के जरिए ही वह उसकी पत्नी से मिला था। कुछ दिनों बाद सागर और सुधा के बीच नजदीकी बढ़ी। जब अक्षय को शक हुआ और पत्नी से बात की तो वह उसे परेशान करने लगी। जब भी अक्षय इस बारे में बात करना चाहता, सुधा सागर से अक्षय को धमकी दिला देती थी। अक्षय के बड़े भाई नीलेश ने बताया कि वह 12 नंबर मल्टी में रहता है, जबकि उसका भाई गोलू उर्फ अक्षय मल्टी में मां के साथ रहता था। 2014 में दोनों ने लव मैरिज की थी। तीन-चार साल से सुधा का प्रेम प्रसंग इलाके के सागर नाम के युवक से शुरू हो गया था। इस बात से गोलू परेशान था। सुधा 7 अक्टूबर को घर से बच्चे को लेकर सागर के साथ चली गई थी। वह पंचशील नगर में उसके साथ रह रही थी।

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एक दिन वह घर आई थी
गोलू पत्नी को कॉल करता था, लेकिन वह नहीं आ रही थी। इसी से दुखी होकर चार दिन पहले गोलू ने फांसी लगाने का प्रयास किया था। उस समय मां ने बचा लिया। अगले दिन गोलू ने हाथ की नस काट ली थी। इसका पता चलते ही सुधा घर लौट आई। एक दिन रहने के बाद वापस सागर के पास चली गई। गोलू ने पत्नी से फिर घर लौटने की गुजारिश की, लेकिन वह नहीं मानी।

20 अक्टूबर को क्या हुआ
गुरुवार रात खाना खाने के बाद वह कमरे में चला गया। रात करीब 12:30 बजे उसकी मां कुसुम बाई ने देखा कि अक्षय फंदे से लटका है। कुसुम बाइ तुरंत उसे पड़ोसियों की मदद से अस्पताल लेकर पहुंची। यहां डॉक्टरों ने अक्षय को मृत घोषित कर दिया। इधर, शुक्रवार सुबह अक्षय की पत्नी सुधा को पति की मौत के बारे में पता चला। वह घर पहुंची और छत पर चली गई। जहां से पेट्रोल डालकर कमरे में आई। इसके बाद खुद को आग लगा ली। सास कुसुम बाई और रिश्तेदारों ने उसे बचाया। अस्पताल में इलाज के दौरान दोपहर उसकी मौत हो गई।

बेटे को भी आग लगाने की कोशिश
सुधा आग लगाने के बाद चार साल के बेटे को भी आग के हवाले करना चाह रही थी। वह बेटे को खींच रही थी। इसी बीच परिजनों ने उसे छीन लिया। अक्षय के भाई नीलेश ने बताया कि सुधा की वजह से भाई को जान देनी पड़ी। भाई ने सुधा के प्रेमी को लेकर सुसाइड नोट में भी जिक्र किया है, लेकिन पुलिस ने परिजनों को सुसाइड नोट पढ़ने नहीं दिया। फिलहाल पुलिस सागर की तलाश कर रही है।

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