सार
मध्य प्रदेश में मध्यावधि चुनाव की तारीख भले ही अभी तय नहीं हुई हो, लेकिन सभाएं और चुनावी तैयारियां चल पड़ी हैं। शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को उज्जैन पहुंचे। वे यहां किसानों को फसल बीमा की राशि बांटने आए थे। लेकिन इससे पहले देवास रोड पर बड़ी संख्या में अभिभावकों ने उनका विरोध किया। वे लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के बावजूद फीस लेने का विरोध कर रहे थे। इस दौरान हंगामा भी हुआ।
भोपाल, मध्य प्रदेश. लॉकडाउन में स्कूलों के बंद रहने के बावजूद फीस लिए जाने का अभिभावक विरोध कर रहे हैं। हालांकि कई स्कूलों ने सरकार के आदेश पर कुछ छूट दी है, लेकिन अभिभावक पूरी फीस माफ कराना चाहते हैं। इसी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उज्जैन में विरोध का सामना करना पड़ा। मध्य प्रदेश में मध्यावधि चुनाव की तारीख भले ही अभी तय नहीं हुई हो, लेकिन सभाएं और चुनावी तैयारियां चल पड़ी हैं। शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को उज्जैन पहुंचे। वे यहां किसानों को फसल बीमा की राशि बांटने आए थे। लेकिन इससे पहले देवास रोड पर बड़ी संख्या में अभिभावकों ने उनका विरोध किया।
शिवराज सिंह चौहान के उज्जैन आने की खबर सुनकर बड़ी संख्या में अभिभावक देवास रोड पर खड़े हो गए थे। वे शिवराज सिंह से मिलने की मांग कर रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें रोका, तो हंगामा कर दिया। इसके बाद कुछ अभिभावकों को मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति दी गई। अभिभावकों को कहना है कि लॉकडाउन में रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया, ऐसे में फीस कहां से भरें।
उधर, मुख्यमंत्री ने किसानों को 2019 में बारिश आदि से खराब हुई फसलों की मुआवजा राशि बांटी। प्रधानमंत्री फसल बीमा की यह राशि मुख्यमंत्री के एक क्लिक पर मप्र के 22 लाख किसानों के खातों में पहुंच गई। यह राशि 4686 करोड़ रुपए है। इसमें उज्जैन जिले के 1 लाख 44 हजार 123 किसानों के खातों में 868 करोड़ रुपए डाले गए। बता दें कि सांवेर से वर्तमान मंत्री तुलसी सिलावट को चुनाव लड़ना है।