सार

 माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस बार 10वीं क्लास का रिजल्ट वेस्ट ऑफ फाइव सिस्टम के आधार पर तैयार किया है। यानि 6 में से 5 विषयों को आधार बनाकर छात्रों का पास करने का परिणाम बनाया गया है। यानि नियमित स्टूडेंट्स के लिए अर्धवार्षिक और प्री-बोर्ड व यूनिट टेस्ट के अंक के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया है।

 


 

भोपाल. मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं क्लास का रिजल्ट 14 जुलाई यानि आज बुधवार को जारी कर दिया गया है। प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने यह परिणाम घोषित किया। नतीजे शिक्षा मंडल की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in पर जारी किए गए हैं।

इतने छात्रों की बनी फर्स्ट-सेकेंड डिव‍ीजन
इस साल राज्य में  साढ़े 10 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी। जिसमें से 356000 छात्रों फर्स्ट डिवीजन रैंक हासिल की है। तो 397626 छात्र सेकेंड डिव‍िजन से पास हुए हैं। वहीं 159871 छात्रों की थर्ड डिवीजन आई हुई है। इन परिणामों को छात्र एमपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। बोर्ड जारी किए आदेश में यह भी कहा कि जो बच्चे अपने परिणामों से खुश नहीं हैं, वह इसकी आगामी परीक्षा दे सकते हैं। जिसका एग्जाम 1 से 25 सितंबर के बीच होगा।

इस बार जारी नहीं हुई मेरिट लिस्ट 
बता दें कि इस बार मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं की है। इतना ही नहीं टॉप 10 स्टूडेंट्स की लिस्ट जारी नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट घोषित होने से मेरिट लिस्ट जारी नहीं की गई है।

यहां देखें अपना रिजल्ट
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने छात्रों को परिणाम देखने के लिए कई साइट और  पोर्टलों के माध्यम से सुविधा उपलब्ध कराई है। जो छात्र इस बार 10वीं में थे वो छात्र कई जगहों से अपना रिजल्ट देख सकते हैं। www.mpresults.nic.in के अलावा, mpbse.mponline.gov.in और www.mpbse.nic.in पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। 

बेबसाइट में कैसे देखें रिजल्ट
छात्रों को सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट mpbse.nic.in पर जाना होगा।
ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।
पर्सनल डिटेल्स सबमिट करें और अपना रिजल्ट देखें।
इसे स्टूडेंट्स डाउनलोड भी कर सकते हैं। 

ऐसे तैयार किया गया है इस बार का रिजल्ट
 माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस बार 10वीं क्लास का रिजल्ट वेस्ट ऑफ फाइव सिस्टम के आधार पर तैयार किया है। यानि 6 में से 5 विषयों को आधार बनाकर छात्रों का पास करने का परिणाम बनाया गया है। यानि नियमित स्टूडेंट्स के लिए अर्धवार्षिक और प्री-बोर्ड व यूनिट टेस्ट के अंक के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया है। वहीं इन परीक्षाओं में उपस्थित ना रहने वाले स्टूडेंट्स को 33 प्रतिशत अंक देकर पास किया जाएगा।