सार
एक निर्दयी मां ऐसी भी है जिसने इस पवित्र दिन पर अपने नवजात शिशु को प्लास्टिक की थैली और लाल रंग के दुपट्टे में लपेटकर कांटों में फेंक दिया।
भोपाल. शिवरात्रि पर कई महिलाएं संतान सुख के लिए व्रत रखती हैं और पूजा पाठ करती हैं। वहीं एक निर्दयी मां ऐसी भी है जिसने इस पवित्र दिन पर अपने नवजात शिशु को प्लास्टिक की थैली और लाल रंग के दुपट्टे में लपेटकर कांटों में मरने के लिए फेंक दिया।
जन्म के एक घंटे बाद ही मां ने बच्चे को झाड़ियों में फेंका
दरअसल, हैरान कर देने वाला यह मामला राजधानी भोपाल से 30 किलोमीटर दूर बिलकिरिया गांव में सामने आया। जब एक महिला डिलीवरी के कुछ देर बाद ही अपने बेटे को झाड़ियों में फेंककर गायब हो गई। मासूम रोता रहा, लेकिन मां का दिल नहीं पसीजा और वह भाग गई।
प्रीमेच्योर है नवजात, हालत गंभीर
राहगीरों ने जब बच्चे की रोने की आवाज सुनी तो उन्होंने उसको उठाया और पुलिस को सूचित कर नवजात को जेपी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टर डॉली गुप्ता ने बताया, शिशु की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। क्योंकि उसको हाइपोथर्मिया हो गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, बच्चा प्रीमेच्योर है और उसका वजन काफी कम है।
नर्सों ने बच्चे का नाम रखा शिवा...
फिलहाल बच्चे को ऑक्सीजन पर रखा गया है। अस्पताल में नवजात की देखरेख कर रही नर्सों ने उसका नाम शिवा रखा है। क्योंकि वो शिवरात्रि के दिन हॉस्पिटल में भर्ती हुआ है। कुछ लोग कह रहे हैं कि इस महिला ने आज इस पावन दिन पर भी यह पाप कर दिया। लगता है उसको भगवान से भी कोई डर नहीं है।