सार

शहर के एक पार्षद का एक और शर्मनाक चेहरा सामने आया है। 3 महीने बाद 11 साल की एक मासूम से दुष्कर्म मामले में थाने सरेंडर  करने पहुंचा था। इस दौरान वो हंसता हुआ नजर आ रहा था। सोमवार को आरोपी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। पार्षद राजेंद्र सिंह चौहान के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पीड़िता की मां ने शिकायत में बताया कि 19 मार्च को हम मजदूरी करने गए थे। शाम को लौटे तो बेटी उदास थी। पूछने पर बताया कि केंडू बाबा उर्फ राजेंद्र सिंह पार्षद होली का कार्ड देने के बहाने घर में घुसा था और गलत काम किया। आरोपी की पहुंच ऊपर तक है, इस डर के कारण शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। 


पार्षद ने कहा- मुझसे बदला लिया गया है...

आरोपों के बाद अपनी सफाई में पार्षद ने कहा, मैं एक सामाजिक कार्यकता हूं। हमेशा लोगों की मदद करता रहा हूं। लोग मेरी तरक्की से जलते हैं। इसलिए इतना बड़ा और संगीन आरोप लगाया है। मैंने पीड़िता के पिता को घर पर काम के सिलसिले में बुलाया था। उस दौरान मेरी पत्नी ने उसे कुछ समझाना चाहा तो उसने उसके साथ बदसलूकी की थी। यह मुझसे बर्दाश्त न हुआ और मैंने उसे थप्पड़ मार दिया। बस इसी बात का बदला लेने के लिए यह आरोप लगाया है।

समाजसेवी के रूप में पार्षद ने बना रखी है अपनी इमेज


रेप का आरोपी पार्षद ने एक समाजसेवी के रूप में अपनी पहचान बना रखी है। रक्षा बंधन के अवसर पर पार्षद करीब एक हजार बहनों से राखी बंधवाता है। उसी एक बहन की इज्जत को तार-तार करने का आरोप पार्षद पर लगा है।