सार
मध्य प्रदेश की व्यवसायिक नगरी इंदौर में चले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में लगभग साढ़े 15 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आए हैं। इन उद्योगों के जरिए लगभग 29 लाख लोगों को रोजगार मिलेंगे।
भोपाल(Madhya Pradesh). मध्य प्रदेश की व्यवसायिक नगरी इंदौर में चले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में लगभग साढ़े 15 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आए हैं। इन उद्योगों के जरिए लगभग 29 लाख लोगों को रोजगार मिलेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि निवेश के माध्यम से मध्यप्रदेश के विकास को निर्णायक गति प्रदान की जाएगी। मध्यप्रदेश में निवेश करने वाले उद्योगपतियों की एक पाई भी व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के समापन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, इस समिट के माध्यम से उद्योगपतियों और निवेशकों द्वारा 15 लाख 42 हजार 500 करोड़ रूपए से अधिक के लागत के उद्योग लगाने के प्रस्ताव मिले हैं, जिनसे 29 लाख लोगों को रोजगार देने की संभावनाओं को साकार किया जा सकेगा। इंटेशन टू इन्वेस्ट के फलस्वरूप क्रियान्वयन से प्रदेश की प्रगति में महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ेगा।
उद्योगों को पूर्ण सहयोग की नीति होगी
सीएम शिवराज समिट में निवेशकों की ओर से आए इस भारी-भरकम बजट के निवेश के प्रस्ताव को लेकर खासे उत्साहित हैं। उन्होंने समिट के समापन के अवसर पर कहा संवाद, सहयोग, सुविधा, स्वीकृति, सेतु, सरलता और समन्वय के सात सूत्रों से उद्योगों को पूर्ण सहयोग की रणनीति अपनाई जाएगी।
इन क्षेत्रों में होगा इतना निवेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया, 'प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में छह लाख नौ हजार 478 करोड़, नगरीय अधोसंरचना में दो लाख 80 हजार 753 करोड़, खाद्य प्र-संस्करण और एग्री क्षेत्र में एक लाख 06 हजार 149 करोड़, माइनिंग और उससे जुड़े उद्योगों में 98 हजार 305 करोड़, सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में 78 हजार 778 करोड़, केमिकल एवं पेट्रोलियम इंडस्ट्री में 76 हजार 769 करोड़, विभिन्न सेवाओं के क्षेत्र में 71 हजार 351 करोड़, ऑटोमोबाईल और इलेक्ट्रिक व्हीकल के क्षेत्र में 42 हजार 254 करोड़, फार्मास्युटिकल और हेल्थ सेक्टर में 17 हजार 991 करोड़, लॉजिस्टिक एवं वेयर हाऊसिंग क्षेत्र में 17 हजार 916 करोड़, टेक्सटाईल एवं गारमेंट क्षेत्र में 16 हजार 914 करोड़ तथा अन्य क्षेत्रों में एक लाख 25 हजार 853 करोड़ का निवेश किए जाने के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन सभी से 29 लाख लोगों को रोजगार मिलने की आशा है।'