सार

खेत चर रही गाय को भगाना एक किसान के लिए मुसीबत का कारण बन गया है। उसके पत्थर मारने से गाय घबराकर वहां से भागी और नदी में जाकर गिर पड़ी। इस घटना ने बवाल खड़ा कर दिया है।

शिवपुरी. मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की मामॉनीकला गांव की पंचायत ने एक किसान को गाय का अपमान करने की सजा सुनाई है। हुआ यूं कि भरतलाल के खेत में एक गाय घुस आई थी। गाय को खेत से भगाने के लिए उन्होंने एक पत्थर उठाकर उसे दे मारा। पत्थर लगने से गाय वहां से भागी, लेकिन आगे जाकर नदी में गिर पड़ी। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद पंचायत बैठाई गई। पंचों ने भरतलाल को आदेश दिया है कि वे प्रयागराज जाकर पहले गंगा नहाए। गाय की आत्मा की शांति के लिए विशेष पूजा-अर्चन कराए। जब तक वो ऐसा नहीं करेगा, पूरे गांववाले उसका बहिष्कार करके रखेंगे।

गांव में अपनों के बीच पराया हुआ
भरतलाल ने बताया कि घटना रविवार की है। गाय मूंगफली के खेत खराब कर रही थी, इसलिए उन्होंने पत्थर मारकर भगाया था। दुर्घटनावश गाय की मौत हो गई। इसके बाद रविवार को पंचायत बुलाई गई। पंचायत में उसे खूब खरी-खोटी सुनाई गई और फिर यह आदेश दिया। इसके बाद भरतलाल प्रयागराज के लिए रवाना हो गया। घटना के बाद से गांववालों ने उसे पराया कर दिया है। शिवपुरी जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने ऐसी किसी घटना की जानकारी होने से मना किया। हालांकि उन्होंने कहा कि वे घटना के बारे में पता कर रहे हैं। बताते हैं कि प्रयागराज से लौटने के बाद फिर से पंचायत बुलाई जाएगी। इसमें गो-हत्या के पाप से भरतलाल को मुक्त करने का फैसला लिया जा सकता है। गांव के पंच नवल सिंह गुर्जर ने घटना का पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि गो-हत्या पाप है। इसलिए पंचायत को यह फैसला लेना पड़ा। भरतलाल अपना प्रायश्चित पूरा कर लेगा, तभी उसे गो-हत्या के पाप से मुक्ति मिलेगी।