सार
धर्म की आड़ में इंसानियत को शर्मिंदा करने का यहां एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश के श्योपुर में हिंदू लड़के से शादी करने पर मुस्लिम लड़की को सामाजिक तानों और प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। जब उसके पिता की मौत हुई, तो उन्हें कब्रिस्तान में दफनाने से रोका गया। हालांकि बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद अंतिम क्रिया पूरी हुई।
भोपाल, मध्य प्रदेश. एक मुस्लिम लड़के से लवमैरिज करने पर मुस्लिम लड़की और उसके परिजनों को समाज की प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। लड़की के परिजनों ने यह रिश्ता मंजूर कर लिया था, लेकिन मुस्लिम समाज इससे चिढ़ गया। लड़की के पिता की मौत के बाद उसे कब्रिस्तान में दफनाने से रोका गया। हालांकि बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से अंतिम क्रिया कराई जा सकी। पुलिस यह तो मान रही है कि शव कब्रिस्तान में दफनाने से रोका गया, लेकिन मामला आपसी रंजिश का है।
पुलिस पर मदद न करने का आरोप
रवीना ने कुछ समय पहले हिंदू लड़के से शादी कर ली थी। कहा जा रहा है कि लवमैरिज के बाद उसने धर्म परिवर्तन कर लिया। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं है। बहरहाल, मामला रवीना के पिता की मौत से जुड़ा है। उनके निधन के बाद जनाजे को श्योपुर शहर से सटे सलापुरा स्थित आबू सैयद वाले कब्रिस्तान ले जाया गया। वहां उन्हें दफनाने स रोका गया। रवीना के पिता ईदा खान कब्रिस्तान के पास एक पुराने मकान में रहते थे। रवीना ने कहा कि जब उसने इस मामले में पुलिस से मदद मांगी, तो किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। इसके बाद उसने चंबल आईजी को फोन किया। तब पुलिस मौके पर पहुंची।
कब्रिस्तान की जमीन को लेकर विवाद
पुलिस का तर्क है कि ईदा खान और वक्फ कमेटी के बीच कब्रिस्तान की जमीन को लेकर कोर्ट केस चल रहा है। पिछले दिनों जमीन पर मकान बनाने को लेकर 30 लोगों ने ईदा खान पर हमला किया था। इसकी रिपोर्ट रवीना ने पुलिस में की थी। यह मामला इसी आपसी झगड़े से जुड़ा हुआ है। कोतवाली टीआई रमेश डांडे ने कहा कि यह मामला धर्म और शादी को लेकर नहीं, कब्रिस्तान की जमीन से जुड़ा है।