मध्यप्रदेश में बजट सत्र शुरु होने से पहले विधायकों के भोपाल लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है। कांग्रेस के 85 विधायक भोपाल वापस आ चुके हैं, जहां कोरोना टेस्ट के बाद उन्हें सीएम हाउस भेजा गया है। भाजपा के विधायक भी रवाना हो चुके हैं और स्पेशल प्लेन के जरिए दिल्ली से भोपाल आएंगे।

भोपाल. मध्यप्रदेश में बजट सत्र शुरु होने से पहले विधायकों के भोपाल लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है। कांग्रेस के 85 विधायक भोपाल वापस आ चुके हैं, जहां कोरोना टेस्ट के बाद उन्हें सीएम हाउस भेजा गया है। भाजपा के विधायक भी रवाना हो चुके हैं और स्पेशल प्लेन के जरिए दिल्ली से भोपाल आएंगे। इस बीच फ्लोर टेस्ट को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। हालांकि विधानसभा में कल की कार्यवाही की जो लिस्ट जारी हुई है उसमें फ्लोट टेस्ट का जिक्र नहीं किया गया है। 

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विधानसभा में कार्यवाही की जो लिस्ट जारी की गई है उसमें सिर्फ राज्यपाल के अभिभाषण और उनके भाषण पर आभार व्यक्त करने की बात कही गई है। वहीं राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि फ्लोर टेस्ट के दौरान हाथ उठाकर सभी विधायकों का मत लिया जाए किसी और तरीके से नहीं। हालांकि भारतीय जनता पार्टी पूरी कोशिश करेगी की फ्लोर टेस्ट लिया जाए। इससे पहले कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा कि भाजपा के विधायक उनके संपर्क में हैं और फ्लोर टेस्ट में उनकी सरकार बहुमत साबित करेगी। 

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फ्लोर टेस्ट से पहले हुआ कोरोना टेस्ट
रविवार को कांग्रेस के 82 विधायक जयपुर से भोपाल लाए गए। एयरपोर्ट से उनको शहर की होटल मैरियट में ठहराया गया है। दरअसल, कमलनाथ सरकार की कैबिनेट मीटिंग के बाद डॉक्टरों की एक टीम विधायकों की स्क्रीनिंग के लिए होटल मैरियट पहुंची। जहां एक-एक करके उनका कोरोना टेस्ट किया गया। वहीं तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने मीडिया बात करते हुए कहा- ‘हमारे 2 एमएलए की तबीयत खराब है और जांच करने पर उनमें कोरोना के लक्षण मिले हैं। जिसकी अभी जांच चल रही है। डॉक्टरों की टीम ने सबसे पहले कमलनाथ सरकार के वन मंत्री उमंग सिंघार का टेस्ट किया गया।

कमलनाथ के मंत्री का दावा-भाजपा के MLA देंगे समर्थन
मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि 'सभी विधायक हमारे साथ हैं, हमारे सिर्फ 6 विधायक कम हुए हैं, सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा पूरा है. कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे हो जाने के बाद भी अभी 121 से ज्यादा MLA हमें विश्वास प्रस्ताव पर मतदान में समर्थन करेंगे। इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी के 6 से 7 विधायक भी हमारी सरकार को समर्थन देंगे।

इस वजह से भी टाला जा सकता है फ्लोर टेस्ट
वहीं मीडिया से बात करते हुए मध्य प्रदेश सरकार के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि हमारे पास बहूमत साबित करने के लिए पर्याप्त संख्या है। नंबर की चिंता हमको नहीं बीजेपी को करना चाहिए। फ्लोर टेस्ट कल होगा या नहीं इसका फैसला विधानसभा अध्यक्ष तय करेंगे, क्योंकि उनके पास इसका अधिकार है। अभी फिलहाल तो कोरोना चल रहा है।

राज्यपाल ने कमलनाथ को बहुमत साबित करने के दिए निर्देश 
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर निर्देश जारी करते हुए कहा है कि आपकी सरकार अल्पमत में है। जिसके लिए कल यानी 16 मार्च को विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित किया जाए। लगभग आधी रात को राजभवन से यह पत्र राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ को भेजा गया। इस चिट्ठी में राज्यपाल ने एमपी के हाल के राजनीतिक घटनाक्रम का पूरा ब्यौरा दिया है और सीएम कमलनाथ को सदन में विश्वासमत हासिल करने को कहा है।