सार
पुलिस के हाथ लड़की लगने पर थाना छीपाबडौद में नाबालिग के खरीद-फरोख्त और रेप, पॉक्सो एक्ट बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। इस गिरोह में आकोरी मां सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
राजस्थान । जिस मां ने बेटी को जन्म दिया। उसी ने उसके जिस्म का सौदा कर लिया। हद तो तब हो गई, जब कलयुगी मां ने अपने ही कलेजे के टुकड़े का सौदा 15 दिन में 2 बार कर दिया। वहीं, जिसने भी नाबालिग लड़की की खरीददारी की, उसने उसके साथ रेप किया। हालांकि आखिर में लावारिश हालत में भाग रही पीड़िता पुलिस के हाथ लगी तो सच सामने आया। जिसके बाद बारां पुलिस ने मानव तस्करी के अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया। इस गिरोह में आकोरी मां सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
बिहार की निवासी है पीड़िता
बताते चले कि बारां के छीपाबड़ौद में लावारिस हालत में 13 वर्षीय लड़की 12 जनवरी को मिली थी। पूछताछ के दौरान पता चला कि वो बिहार की रहने वाली है। चाचा संजय, मौसा आलोक और मौसी रेशमा ने उसे एक लाख रुपए में बेचकर उसकी मर्जी के खिलाफ उसकी शादी करा दी।
दूसरी बार 1.21 लाख में बेटी को बेचा
शादी 07 दिसंबर को चांवलखेडी थाना छबडा के रहने वाले बनवारी नाम के व्यक्ति से करा दी थी। जिसके पास वो नहीं रहना चाहती थी, जिसकी खबर पर उसके परिजन चांवलखेडी से छीपाबड़ौद निवासी गीता सिंह के पास लेकर आ गए। फिर उसकी मां, अंकल, मौसा, मौसी और दलाल गीता सिंह ने उसे 01 लाख 21 हजार रुपए में बेचकर उसकी शादी दोबारा 24 दिसंबर को छीपाबडौद में मुकेश नाम के व्यक्ति से करा दी।
ऐसे सच आया सामने
पीड़िता का आरोप है कि दूसरे पति मुकेश के साथ भी नहीं रहना चाहती थी, क्योंकि वो उसे डरा धमकाकर मारपीट करता था। ऐसे में वो बिना बताए गीता सिंह के पास छीपाबड़ौद वापस आ गई। मगर, उसे मुकेश के घर वापस भेज दी। वहां से वह उसी रात छीपाबड़ौद कस्बा आ गई थी। वहीं , पुलिस के हाथ लड़की लगने पर थाना छीपाबडौद में नाबालिग के खरीद-फरोख्त और रेप, पॉक्सो एक्ट बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। इस गिरोह में आकोरी मां सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
(प्रतीकात्मक फोटो)