सार

मध्य प्रदेश के विभिन्न वन रेंज में बाघों की मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।  बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत के बाद अब घुनघुटी में एक बाघिन का शव मिलने से हड़कंप मच गया है

शहडोल(Madhya Pradesh). मध्य प्रदेश के विभिन्न वन रेंज में बाघों की मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।  बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत के बाद अब घुनघुटी में एक बाघिन का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। बाघिन की मौत की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बाघिन के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मौत किस कारण हुई इसका पता नहीं चल पाया है। 

जानकारी के मुताबिक शहडोल संभागीय मुख्यालय से लगे घुनघुटी वन परिक्षेत्र के काचोदर बासाड नाला के पास शुक्रवार सुबह एक बाघिन का शव मिला है। जिसके बाद वन विभाग सकते में आ गया। संभागीय मुख्यालय से लगे गांव में मादा बाघ का शव मिलने की खबर वन विभाग को जैसे ही लगी आनन-फानन में आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और बाघिन की मौत की पड़ताल में जुट गए। हालांकि उसकी मौत किस वजह से हुई है इसके कारणों का पता नहीं चल पाया है। वन विभाग की टीम बाघिन की मौत के कारणों की जांच कर रही है।
 
3 दिन पहले ही मिला था बाघ का शव 
टाइगर स्टेट कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में बीते कुछ समय से लगातार बाघों की मौत की खबरें आ रही हैं। हाल ही में 26 दिसंबर को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली रेंज में एक बाघ का शव मिला था। उसकी भी मौत के कारणों का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। वन विभाग की टीम ने जिस स्थान पर बाघ का शव मिला उस जगह के आसपास की विस्तृत जांच कर रही है।
 
पोस्टमार्टम के बाद होगा अंतिम संस्कार 
घुनघुटी के आरएफ 234 में बाघिन का शव मिलने के बाद वन विभाग उसके मौत की पड़ताल करने में लगा हुआ है। बाघिन का शव रेलवे ट्रैक के समीप मिला है। ऐसे में ट्रेन की टक्कर से भी मौत की आशंका जताई जा रही है, लेकिन बताया जा रहा है कि बाघिन के शरीर पर चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। बाघिन की मौत की सूचना पर वन विभाग की टीम के साथ डॉक्टर भी मौके पर पहुंचे और पीएम किया। अधिकारियों का कहना है कि पीएम प्रक्रिया के बाद ही बाघिन की उम्र और मौत के कारण पता चल सकेंगे। वन अमला बाघिन के शव का पोस्ट मार्टम करने के बाद उसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी में जुटा है।