सार


मध्य प्रदेश के सागर जिले में तीन दोस्तों की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। तीनों रेलवे ट्रैक पर थर्ड लाइन पर बैठे थे। उन्होंने ट्रेन के आते भी देखा, लेकिन उनको लगा कि यह ट्रेन किसी और पटरी से गुजरेगी, बस इसी कन्फूजन में अपनी जान गंवा बैठे।
 

सागर, मध्य प्रदेश के सागर जिले में दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। जहां ट्रेन से कटकर बचपन के तीन दोस्तों की एक साथ दर्दनाक मौत हो गई। हादसे का मंजर इतना भयानक था कि तीनों के पलभर में चीथड़े उड़ गए। आलम  यह था कि उनको पहचानना भी मुश्किल हो रहा था। तीनों की मौत सिर्फ और सिर्फ कन्फ्यूजन के चलते हुई है। वह रेलवे ट्रैक पर बैठे बातें कर रहे थे। ट्रेन भी उनको आते दिखाई दी। लेकिन उनको लग रहा था कि यह  ट्रेन दूसरी लाइन पर आ रही है।

एक गलती की और उड़ गए चिथड़े
दरअसल, यह दर्दनाक एक्सीडेंट रविवार देर रात सागर जिले के मोतीनगर थानाक्षेत्र के बम्हौरी रेगुवां रेलवे फाटक के पास हुई। जहां तीनों दोस्त रेलवे ट्रैक पर थर्ड लाइन पर बैठे थे। उन्होंने ट्रेन आते हुए देखे भी, लेकिन ये सोचकर पटरी से नहीं उठे कि ट्रेन थर्ड लाइन पर जा रही है। इसी लापरवाही या गलती की वजह से वो अपनी जान गंवा बैठे।

कपड़े में बांधकर शवों के टुकड़े लाए गए
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों के शवों को टुकड़ों में बरामद किए। वहीं मृतकों की पहचान 
 धर्मेंद्र यादव (26), संजू घोषी (30) और पप्पू यादव (28) के रूप में हुई है। मोतीनगर थाना प्रभारी गौरव तिवारी ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिवारों को सौंपा जाएगा। वहीं पुलिस ने बताया कि यह हादसा बम्हौरी रेगुवां रेलवे फाटक के पास बीना-कटनी थर्ड रेलवे लाइन  के बीच की है। यहां ट्रैक पर धर्मेंद्र, संजू और पप्पू बैठे हुए थे। तीसरी लाइन पर बहुत कम ट्रेन आती है। इसीलिए वे ट्रैक से हटे नहीं। जिसके चलते उनकी इसी गफलत में जान चली गई। ट्रेन की रफ्तार इतनी तेज थी कि तीनों की मौत तुरंत हो गई। उनके शरीर के कई हिस्से हो गए। शव के टुकड़े रेलवे ट्रैक पर पड़े मिले। कपड़े में बांधकर लाना पड़ा।

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